एसएसभीएम में हुआ प्राथमिक खंड का अभिभावक गोष्ठी आयोजन
- छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन, शैक्षिक गतिविधियों को लेकर हुई चर्चा
गिरिडीह। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बरगंडा में गुरुवार को प्राथमिक खंड का अभिभावक गोष्ठी आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता अभिभावक कुंदन कुमार पांडेय, प्रधानाचार्य शिव कुमार चौधरी एवं खंड प्रभारी झूपर महतो ने किया। गोष्ठी की प्रस्तावना रखते हुए राजेंद्र लाल बरनवाल ने कहा कि यह गोष्ठी भैया-बहनों के पठन-पाठन, शैक्षिक गतिविधि एवं कुशल क्षेम जानने के निर्मित है। विद्यालय विकास में आचार्य-दीदी, अभिभावक और भैया-बहन तीनों का समान रूप से योगदान रहता है।
गोष्ठी में अभिभावक संजय सिन्हा ने कहा कि कोरोना काल में नौनिहालों का पठन-पाठन शून्य हो गया है। विद्यालय खुलना नितांत आवश्यक है। बच्चों के चारित्रिक और मानसिक विकास प्रत्यक्ष पठन-पाठन से ही संभव है। अमित तर्वे ने कहा कि बच्चों के लिए विद्यालय खुलना चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन और संस्कार विद्यालय से ही प्राप्त हो सकता है। प्रियंका कुमारी ने कहा कि मानक सुरक्षा का ध्यान में रखते हुए विकल्प दिवस के रूप में बच्चों की कक्षा प्रारंभ की जाये।
गोष्ठी में पूनम सिंह, आशुतोष सिन्हा, पल्लवी गुप्ता, संदीप यादव, सागरिका तर्वे, पंकज बरनवाल, रणधीर गुप्ता आदि अभिभावकों ने अपने-अपने विचार स्पष्ट रूप से विद्यालय खोलने के संदर्भ में रखा। प्रधानाचार्य शिव कुमार चौधरी ने अभिभावकों के बहुमूल्य सुझाव पर विचार रखते हुए कहा कि आपके द्वारा प्राप्त विचार और सुझाव को उच्च प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा। विद्यालय खुलने तक माता पिता बच्चों के नित्य क्रियाकलापों पर विशेष रूप से नजर रखें। अनुशासन, संस्कार समर्पण और कर्तव्य के प्रति बच्चों को जागरूक करें। नए सत्र की चर्चा करते हुए कहा कि अभिभावकों को इतनी संख्या में उपस्थिति से ही इस आयोजन की सफलता की सार्थकता सिद्ध होती है। गोष्ठी में सैकड़ों की संख्या में अभिभावकगण उपस्थित हुए। गोष्ठी को सफल बनाने में समस्त आचार्य का सराहनीय योगदान रहा।