LatestNewsकोडरमागिरिडीहझारखण्ड

गर्भवती, धात्री माताओं को पोषाहार नहीं लेकिन सरकार मना रही है पोषण माह: संजय पासवान

  • प्रेसवार्ता कर सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने सरकार पर उठाये सवाल
  • 24 सितंबर को सेविका सहायिका पोषण सखी करेगी प्रदर्शन

कोडरमा। कुपोषण के शिकार बच्चों को पोषाहार सुनिश्चित किए जाने के लिए सरकार द्वारा जोर-शोर से सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। लेकिन विडंबना है कि जेएसएलपीएस की महिला मंडल के द्वारा राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों मे 6 माह से तीन साल के बच्चे, दूध पिलाने वाली धात्री और गर्भवती महिलाओं को एक साल से पोषाहार नहीं मिल रहा है। पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में बहाल पोषण सखियों को भी पिछले आठ से माह से मानदेय का भूगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा एकीकृत बाल विकास योजना के पदाधिकारी इन्हें पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड करने का दबाव देकर अपने कर्तव्यों को पूरा किए जाने का काम मान रहें है। यह बात मंगलवार को सामुदायिक भवन में आयोजित झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका और पोषण सखी संघ (सीटू) की बैठक को संबोधित करते हुए सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने कही।


बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा मनमाने तरीके से उत्कृष्ट कार्य करने का प्रशस्ति पत्र पाने वाली सेविका पूर्णिमा राय को चयन मुक्त कर उन्हें प्रताड़ित किए जाने का काम किया जा रहा है। संघ इस तरह की मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेगा। इस संबंध मे शीघ्र ही संघ का एक शिष्टमंडल विभागीय मंत्री जोबा मांझी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौपेगा। कर्मचारी नेता दिनेश रविदास ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार श्रम कानून को समाप्त कर मजदूरों को बंधुआ मजदूर बनाने की साज़िश कर रही है।


बैठक में किसानों के आह्वान पर 27 सितंबर को भारत बंद का समर्थन करने का निर्णय लिया गया। साथ ही परियोजना कर्मियों की 24 सितंबर को होने वाली संयुक्त देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में पोषण सखी का बकाया मानदेय, लाभुकों को नियमित पोषाहार देने सहित अन्य स्थानीय मांगों पर समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया गया। मोबाइल और डेटा रिचार्ज के बिना पोषण ट्रेकर ऐप पर काम करने के लिए दबाव बनाने के खिलाफ़ 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री के नाम बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को ज्ञापन देने का भी निर्णय लिया गया।


बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद ने की। जबकि संचालन जिला सचिव वर्षा रानी ने किया। बैठक में चिंतामणि देवी, उर्मिला देवी, मंजू देवी, संध्या वर्णवाल, सुनीता देवी, पिंकी कुमारी, ज्योत्सना देवी, सुनीता पाण्डेय रीना देवी, रिंकी कुमारी, आशा कुमारी, उषा देवी, रानी सिन्हा, शीला देवी, गीता देवी, रेखा देवी, रूकसार बेगम आदि मौजूद थी।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons