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स्वर कोकिला लता मंगेशकर पंचतत्व में हुई विलीन

  • लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने दी शव को मुखाग्नि
  • राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
  • सेना के जवानों ने अंत्येष्टि से पहले लता के पार्थिव शरीर को किया नमन और दी गन सैल्यूट
  • दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित

मुंबई/एजेंसी। स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। रविवार को राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम विदाई दी गई। लता (92) का रविवार सुबह 8ः12 बजे निधन हो गया था। लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर रविवार की शाम शिवाजी पार्क में पंचतत्व में विलीन हो गया। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने उनके शव को मुखाग्नि दी। उनकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की गयी। सेना के जवानों ने अंत्येष्टि से पहले लता मंगेशकर को नमन किया और उन्हें गन सैल्यूट दी। स्वर सम्राज्ञी लता के निधन पर दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। दो दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

ये रहे मौजूद

लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे, उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, उनकी पुत्री एवं सांसद सुप्रिया सुले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे, उनकी पत्नी शर्मिला ठाकरे भी इस मौके पर मौजूद थे। मुख्यमंत्री के पुत्र एवं मंत्री आदित्य ठाकरे, शिवसेना के राज्य सभा सदस्य अनिल देसाई, मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर, मुंबई नगर निगम के आयुक्त इकबाल चहल, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति लता मंगेशकर की अंत्येष्टि में शामिल हुए। बालीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन पुत्री श्वेता के साथ अंतिम संस्कार के मौके पर पहुंचे थे। शाहरुख खान के अलावा बालीवुड की कई जानी-मानी हस्तियां लता के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं।

शिवाजी पार्क में हुआ अंतिम संस्कार

लता मंगेशकर के घर प्रभु कुंज से उनका पार्थिव शरीर शाम 15 बजकर 30 मीनट में अंतिम संस्कार के लिए शिवाजी पार्क लाया गया। रास्ते में सड़क के दोनों ओर का उनका अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ लगी थी। लोग हाथों में फूल लिये थे और लता के पार्थिव शरीर पर अर्पित कर रहे थे। उनका पार्थिव शरीर जिस वाहन पर रखा गया था, उस पर उनकी बहन ऊषा मंगेशकर और परिवार के अन्य सदस्य सवार थे।

ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ निधन

लता मंगेशकर का आज सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर यहां ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थी। स्वर कोकिला मंगेशकर को कोरोना की बीमारी के कारण 08 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीच में उनकी तबियत ठीक हो गयी थी लेकिन शनिवार को अचानक उनकी तबियत बहेद खराब होने के बाद उन्हें फिर से वेंटिलेटर में रखा गया था और शाम को उनका इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समदानी ने बताया था कि दवा अपना असर कर रही है लेकिन आज सुबह उनका निधन हो गया।

वर्ष 2001 में भारत रत्न से नवाजी गई थी लता दीदी

लता दीदी को उनके सिने करियर में चार बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। लता मंगेशकर को उनके गाये गीत के लिये वर्ष 1972 में फिल्म परिचय, वर्ष 1975 में कोरा कागज और वर्ष 1990 में फिल्म लेकिन के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उनको वर्ष 1969 में पदमभूषण, वर्ष 1989 में दादा साहब फाल्के सम्मान, वर्ष 1999 में पदमविभूषण, वर्ष 2001 में भारत रत्न से नवाजा गया।

पीएम मोदी ने लता मंगेशकर को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम यहां शिवाजी पार्क में स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि दी। मोदी ने लता मंगेशकर के शव को चिता पर रखे जाने से पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमत्री लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर, आशा भोसले और उनके अन्य परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।

एक ऐसे कलाकार का जन्म सदियों में एक बार होता है। लता-दीदी एक असाधारण इंसान थीं। वह गर्मजोशी से भरी हुई थीं। मैं जब भी उनसे मिला उन्हें गर्मजोशी से भरा पाया। दिव्य आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है, लेकिन उसकी धुन अमर रहेगी, अनंत काल तक गूंजती रहेगी। उनके परिवार और हर जगह के प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।: रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति

लता मंगेशकर सदियों तक अपने चाहने वालों के दिलों में रहेंगी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं लता मंगेशकर के परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।: एम वेंकैया नायडू, उप राष्ट्रपति

मेरा दुख शब्दों से परे है। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी। नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

श्स्वर कोकिला, श्भारत रत्न आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुरूखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दुरूख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति! योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

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