बाल विवाह रोकथाम को लेकर गोष्टी का हुआ आयोजन
- बाल विवाह, एनीमिया उन्मूलन अभियान व अति कुषोषित की की गई पहचान
गिरिडीह। जिला समाज कल्याण विभाग एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वाधान में गिरिडीह जिला अंतर्गत गांवा प्रखंड के पटना पंचायत भवन में तथा जमुआ कस्तूरबा विद्यालय में बाल विवाह, बाल व्यापार, कुपोषण, डायन प्रथा तथा घरेलू हिंसा आदि विषयों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि जिला समाज कल्याण पदाधिकारी उपस्थित थी। मौके पर एनीमिया उन्मूलन अभियान के तहत हिमोग्लोबिन जांच भी किया गया एवं आईरन गोली का वितरण किया गया।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बाल विवाह कुपोषण डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों से उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं तथा सेविका, सहायिका तथा अन्य महिलाओं को अवगत कराया। वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी ने भी सामाजिक कुरीतियां जैसे बाल विवाह, ठगी विवाह आदि विषयों पर चर्चा की।
यूनिसेफ के अरविंद कुमार ने कहा कि जिले में कुपोषित बच्चों को नजदीकी सेंटर में नामांकित कराते हुए बेहतर स्वास्थ सुधार हेतु लाने को कहा गया। बताया कि सभी ग्रुप की महिलाओं का एनीमिया जांच कराया गया। ताकि एनीमिया मुक्त भारत बनाया जा सके।
जिला बाल संरक्षण के संरक्षण पदाधिकारी ने बाल विवाह तथा ठगी विवाह पर लोगों का जागरूकता की बात की। बाल विवाह से बच्चों की मानसिक और शारीरिक तौर पर गहरा असर होता है तथा महिलाओं से घरेलू हिंसा का भी जिक्र किया गया। चाइल्डलाइन ने बच्चों को कोई समस्या के लिए 1096 टोल फ्री नंबर को याद कराया गया।