नाबार्ड का एकदिवसीय कार्यशाला संपन्न
गिरिडीह। पैक्स, लैंपस के रूपान्तरण पर शुक्रवार को राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड ) के द्वारा मोहनपुर स्थित एक होटल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता गिरिडीह जिला के डीडीएम (नाबार्ड) आशुतोष प्रकाश ने किया। कार्यशाला में गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा, साहेबगंज एवं पाकुड़ से आए 21 पैक्स, लैंपस के अध्यक्ष, प्रबन्धक एवं राज्य सहकारिता बैंक के शाखा प्रबंधकों ने हिस्सा लिया।
सस्ते दरों पर ले सकते हैं ऋण: डीडीएम
भारत सरकार की योजना एग्रिकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड की जानकारी देते हुए डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत किसान, किसान समूह (एफपीओ, पैक्स, लैंपस), स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह, कृषि उद्यमी, कृषि स्टार्टअप आदि को सस्ते दरों पर बैंक के माध्यम से मध्यम से लंबी अवधि के ऋण मुहैया करवाई जाती है। योजना के तहत फसल की कटाई के बाद रख रखाव संबंधित अवसंरचना जैसे गोदाम, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस, कोल्ड रूम आदि एवं सामुदायिक कृषि परिसंपत्ति जैसे कृषि उपकरण बैंक आदि का लाभ सस्ते दरों पर दिया जा सकता है। बताया कि योजनांतर्गत अन्य योजनाओं में उपलब्ध सब्सीडी का लाभ भी लिया जा सकता है। योजना के अंतर्गत 2 करोड़ के ऋण की गारंटी सीजीटीएसएमई (भारत सरकार) द्वारा दी जाएगी। ब्याज दर अधिकतम 9 फिसदी होगा एवं 3 फिसदी का ब्याज अनुदान नियम एवं शर्तों के अंतर्गत दिया जाएगा।
मल्टी सर्विस सेंटर के रूप में पैक्स का होगा रूपान्तरण
नाबार्ड झारखंड क्षेत्रीय कार्यालय (रांची) से आए अधिकारी स्नेहांग्शु बर्मन ने बताया कि योजना से संबन्धित विस्तृत जानकारी https://agriinfra.dac.gov.in/ पर देखी जा सकती है। इस योजना में नाबार्ड की योजना मल्टी सर्विस सेंटर के रूप में पैक्स, लैंपस का रूपान्तरण के कनवर्जेंस से पैक्स, लैंपस को दी जाने वाली ऋण की दर 1ः हो जाएगी जो सहकारिता बैंक द्वारा वित पोषित होगा। कार्यशाला में जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार ने पैक्स, लैंपस को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बैंक एवं नाबार्ड से जुड़ी योजनाओं का लाभ लेने का निर्देश दिया।