26 नवम्बर आम हड़ताल के समर्थन में हुआ मजदूर कर्मचारी कन्वेंशन संपन्न
राष्ट्रीय सम्पदा की रक्षा के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है मजदूर वर्ग: संजय
कोडरमा। मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश, राष्ट्रीय संपत्ति का निजीकरण व किसान विरोधी कानून के खिलाफ सीटू सहित सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देश भर के मजदूर कर्मचारी संगठनों द्वारा 26 नवम्बर को अखिल भारतीय आम हड़ताल आहूत की गई है। जिसकी सफलता के लिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को मजदूर कर्मचारी समन्वय समिति के बैनर तले साहू धर्मशाला मे एक दिवसीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया। कन्वेंशन की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष रामरतन अवध्या और आंगनबाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने संयुक्त रूप से किया। जबकि संचालन समिति के सचिव दिनेश रविदास और आंगनबाड़ी संघ की जिला सचिव वर्षा रानी कर रही थी।
उद्योगों को बेचने औा राष्ट्रीयकृत बैंकों को विखंडित करने की हो रही साजिश
कन्वेंशन का उद्घाटन सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने करते हुए कहा कि देश की संपदा और आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को बेचने, राष्ट्रीय कृत बैंकों को विखंडित कर उसे अपने चहेतों के हवाले करने, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ भारतीय जीवन बीमा निगम को समाप्त करने की साजिश, रक्षा, कोयला, पेट्रोलियम, इस्पात, भारी अभियंत्रण, रेलवे, नेशनल हाइवे, दूरसंचार, हवाई अड्डा, बंदरगाह समेत तमाम रणनीतिक उधमो, उधोगों, संस्थानों को देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों कौड़ी के मोल पर उन्हें सौंपे जाने की राष्ट्र विरोधी कार्रवाई को देश का मजदूर वर्ग बर्दाश्त नहीं करेगा। जिस तरह आजादी के संघर्ष में 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर करो या मरो का नारा देशव्यापी अभियान का हिस्सा बना था। उसी प्रकार देश का मजदूर वर्ग राष्ट्रीय संपदा की लूट के खिलाफ और भारत के आत्मसम्मान और आर्थिक संप्रभुता की रक्षा के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।
मजदूर कर्मचारियों के अधिकारों पर लगातार हो रहे हमले
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला सचिव शशि पाण्डेय ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मजदूर कर्मचारियों के अधिकारों पर लगातार हमला किया जा रहा है। पेंशन समाप्त करने के बाद अब सरकारी नौकरी खत्म की जा रही है। इसके खिलाफ देश के मजदूर वर्ग को एक होना होगा। निर्माण मजदूर यूनियन के नेता प्रेम प्रकाश ने कहा कि बिना तैयारी के लॉक डाउन के दौरान हजारों मजदूर पैदल चलने को मजबूर हुए है, जिसका जवाब हड़ताल को सफल कर देना होगा। मजदूर कर्मचारी समन्वय समिति के जिला सचिव दिनेश रविदास ने झारखंड के मजदूर वर्ग समेत सभी देशभक्त शक्तियों को आह्वान करते हुए कहा कि भारतीय जनता के संघर्षपूर्ण विरासत को आगे बढ़ाने की लड़ाई के साथ एकजुटता प्रदर्शित करें और 26 नवंबर की देशव्यापी हड़ताल को पूरे झारखंड मे सफल बनायें और मजदूर वर्ग के अधिकारों पर किए जा रहे निर्मम हमलों का प्रतिरोध करें।
इन्होंने ने भी किया संबोधित
कन्वेंशन को बी एस एस आर यूनियन के सुनील गुप्ता, गृह रक्षा वाहिनी के रंजीत सिंह, आंगनवाड़ी संघ की मीरा देवी, वर्षा रानी, पोषण सखी जरीना खातून, बाबूलाल पासवान आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम मे सीटू के महेंद्र तुरी, अशोक रजक, आंगनवाड़ी संघ से उर्मिला देवी संध्या वर्णवाल, नूतन सिंह, रामदुलारी, पुनम देवी, सबाना कौशर, रीना देवी, अंजुम आरा, नुशरत बानो, गुंजा देवी, स्वास्थ्य विभाग से महादेव राम, जेएलपीएस से अमरदीप कुमार, साधना कुमारी, निर्माण मजदूर यूनियन से शम्भू पासवान, सहदेव दास, लोकल बॉडीज के रविशंकर दास, संतोष कुमार, राजेश दास, अजय कुमार, सुदामा दास, मेडिकल रेपरजेन्टिव यूनियन के दिलीप सिन्हा, रसोइया यूनियन की बबिता देवी, कर्मचारी महासंघ के संतोष दास सहित बड़ी संख्या मे मजदूर कर्मचारी शामिल थे।