बीते दिनों वनभूमि में जेसीबी से मिट्टी उठाये जाने के मामले में अब तक नही हुई कोई कार्रवाई
- वन विभाग की कार्यशैली पर उठ रहा सवाल, जप्त करने के बाद ही कुछ घंटो में छोड़ा गया था जेसीबी
गिरिडीह। जिले के तिसरी गांवा के मुख्य मार्ग स्थित गुमगी बाईपास सड़क किनारे वन विभाग के पुराना क्वार्टर स्थित भूमि के पास से बीते 26 नवंबर को जेसीबी से मिट्टी खोदने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नही हुई। जबकि वन विभाग के वनपाल अभिमित कुमार के नेतृत्व में वन विभाग के टीम ने उस वक्त मामले में जेसीबी को जब्त किया था। लेकिन कुछ ही घंटो के बाद शाम को छोड़ दिया गया था। इस मामले में बीस दिन बीतने के बाद भी वनविभाग के द्वारा न तो उक्त स्थल की मापी ही की गई है और न ही कोई कारवाई की गई है। चर्चा है कि एक लाख से अधिक रकम जेसीबी छुड़ाने में दंड लगा था। यही कारण है कि अब तक जेसीबी मालिक के उपर कोई कानूनी कार्यवाही नही हुई है।
इस मामले को लेकर भाजपा के सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव ने कहा कि तिसरी प्रखंड में वन विभाग का रवैया बिगड़ता हुआ नजर आ रहा है। कुछ दिन पूर्व वनपाल अभिमित कुमार गुमगी में बाईपास रोड के किनारे वन विभाग का पुराना क्वाटर भूमि के पास जेसीबी से मिट्टी खोदने पर जेसीबी को जब्त कर बिट कार्यलाय लाया गया। फिर जेसीबी मालिक की जबरदस्त सेटिंग के वजह से कथित रेंजर व वनविभाग की टीम को मोटी रकम मिलने के बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से मामले की जांच शिघ्र कार्रवाई की मांग की।
इधर रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि उक्त स्थल अंचल अधिकारी द्वारा मापी करने के बाद ही वन भूमि का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि तिसरी प्रखंड में कभी गोरखाधंधा पनपने नही देंगे। जब भी मुझे गुप्त सूचना अवैध कारोबार के बारे मिला है हर हाल में उस पर कानूनी कार्यवाही हुई है।