कोरोना को हराकर एक बार फिर जनसेवा में जुटी डाॅ मीता साव
35 वर्षों से बसंती देवी गोयनका सेवा सदन में दे रही है सेवा
कोरोना काल में लगातार मरीजों की सेवा में रही है तत्पर
गिरिडीह। गिरिडीह की विख्यात महिला चिकित्सक डाॅ मीता साव कोरोना को मात देकर एक बार फीर जनसेवा में जूट गई है। डाॅ मीता साव का विगत एक सितंबर को अचानक तबियत खराब हो गया था। बुखार आने के बाद उन्होंने सदर अस्पताल में जाकर कोविड 19 जांच कराया। जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद वे होम कोरेंटाईन में चली गई थी। डाॅ एन के सिंह सहित अन्य चिकित्सकों के माध्यम से लगातार संर्पक बनाते हुए अपना उपचार कराया। जिसके परिणाम स्वरूप वे अब पूरी तरह से स्वस्थ होकर एक बार फिर से मरीजों की सेवा में जूट गई है।
35 वर्षों से बसंती देवी गोयनका सेवा सदन में दे रही है सेवा
डाॅ मीता साव विगत 35 वर्षों से शहर के गद्दी मुहल्ला में संचालित बसंती देवी गोयनका सेवा सदन में योगदान दे रही हैं। कोराना काल के दौरान जहां शहर के कई नर्सिंग होम सेवा बंद कर दी गई गई थी। वहीं डाॅ मीता साव गोयनका सेवा सदन में लगातार मरीजो की सेवा में जूटी थी। शहर के अलावे दूर दराज से आने वाली गर्भवती मरीजों को कोई कष्ट न हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा था। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सेवा सदन में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए गर्भवती महिलाओं का इलाज किया जा रहा था।
संक्रमण के चपेट में आने पर विचलित हुए बिना कराये इलाज
डाॅ मीता साव की माने तो उनका एक ही क्रम है मरीजों की सेवा करना है। यहीं वजह है कि कोरोना संक्रमण होने के बाद भी वे विचलित हुए बिना होम कोरेंटाईन में रहकर अपना सही तरीके से इलाज कराया। उन्होंने कोरोना संक्रमण के चपेट में आने वाले लोगों को संदेश देते हुए कहा कि इस संक्रमण से घबराने के बजाय सही समय पर डाॅक्टर से संर्पक कर अपना सही ढंग से इलाज कराये। उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेंस का पालन करने के साथ ही सरकार के दिशा निर्देश का पालन करते हुए सुरक्षित रहने का आग्रह किया।