ढिबरा खनन का जायजा लेने पंचरूखी गांव पहुंचे खनन व जियोलोजिस्ट विभाग की टीम
सदर विधायक सुदिव्य सोनू व उपायुक्त राहुल सिन्हा थे साथ
गिरिडीह। राज्य खनन सचिव केसरी निवासनम, उपायुक्त राहुल सिन्हा व गिरिडीह जेएमएम विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के नेतृत्व में खनन व जियोलोजिस्ट विभाग के अधिकारियों की टीम तिसरी में ढिबरा कारोबार को लीगल करने को लेकर ढिबरा खनन क्षेत्र पंचरुखी गांव के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान सभी पैदल भ्रमण करते हुए ग्रामीणों से मुलाकात कर विभिन्न प्रकार की जानकारी लिए। जंगल झाड़ में ढिबरा चुनते लोगों से बातचीत की गई। बता दे कि तिसरी प्रखंड में ढिबरा ही रोजगार का साधन है। अधिकांश लोग ढिबरा पर निर्भर है, जो अवैध रूप से यहां के लोग अपने जीविकपार्जन के लिये चुनने व कोड़ने का काम करते है।
ढिबरा चुनकर जीवन यापन करने वाले लोगों से की मुलाकात
पंचरुखी गांव के आस-पास कई पहाड़ व जंगलों में ढिबरा चुनकर जीवन यापन करने वाले लोगों से खनन सचिव केसरी निवासनम, उपायुक्त राहुल सिन्हा व टीम ने मुलाकात के दौरान बताया कि धान की खेती के बाद लोग ढिबरा चुनते है। ढिबरा पर रोक लगने के कारण पांच छः रुपये किलो में बेचते है। इस दौरान बताया गया कि सीएमआई कंपनी के समय लीगल तरह से प्रखंड में दर्जनों खदानें चलती थी। जो 1990 के बाद धीरे धीरे कानूनी पेंच के कारण बंद हो गई। खदान से जो अवशेष बाहर फेंका गया। उस अवशेष से हमलोग चुनने व कोड़ते है। सीएमआई कंपनी के समय बड़े-बड़े साइज का माइका का कीमत अधिक होता था। ढिबरा को अवशेष के रूप में फेंक दिया जाता था।
ये भी थे मौजूद
टीम के साथ पूर्व विधायक निजामउद्दीन अंसारी, बीडीओ सुनील प्रकाश, थाना प्रभारी उत्तम कुमार उपाध्याय, प्रमोद साव, बिनोद बरनवाल, कारू बरनवाल, नारायण यादव, रिंकू बरनवाल, मुनीब अंसारी सहित ढिबरा व्यवसाय से जुड़े लोग व कई पुलिस जवान मौजूद थे।