डीवाईएफआई ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर होलीका दहन किया
किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ लगाये नारे
कोडरमा। भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) ने चाराडीह पंचायत अंतर्गत चूटियारो ग्राम में संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर तीन कृषि काला कानून की प्रतियां जलाकर होलीका दहन किया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने काला कानून वापस लो, खेती का कॉरपोरेटिकरण नहीं चलेगा, पूंजीपतियों का यार मोदी सरकार मुर्दाबाद आदि नारे लगाए जा रहे थे।
इस मौके पर सुरज कुमार की अध्यक्षता में हुई नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए डीवाईएफआई के जिला सचिव सुरेन्द्र राम ने कहा कि किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ पिछ्ले चार महीने से किसान आंदोलनरत है लेकिन केन्द्र की भाजपानीत मोदी सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है। यह सरकार देश की संविधान और लोकतंत्र को नहीं मानती है। डीआईएफआई के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि केन्द्र सरकार की मोदी सरकार एक तरफ किसानों की खेती किसानी छीन रही है, लेबर कोड कानून के माध्यम से मजदूरों का आधिकार छीन रही है दूसरी तरफ सरकारी सार्वजनिक संपतियों को बेचकर नौजवानों को बेरोजगार बनाने में लगी हुई है। वहीं डीजल, पेट्रोल, गैस का दाम बढ़ाकर आम जनता पर महंगाई का बोझ डाल दिया है। इस जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक काला कानून की वापसी नहीं होगी तब तक लड़ाई जारी रहेगा। कार्यक्रम के बाद होली मिलन समारोह का भी आयोजन किया गया।
मौके पर शिवपूजन पासवान, रामप्रसाद दास, वासुदेव साव, अजय दास, संटू राम, विजय सिंह, रूपेश राणा, विक्रम सिंह, चुन्नी कुमार, टिंकु कुमार, रंजीत सिंह, सूरज कुमार, अजय दास आदि शमिल थे।