प्रशांत किशोर के बढ़े दखल से तृणमूल के कई बड़े नेता नाराज
कोलकाता। अगले साल बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने पर काम कर रहे प्रशांत किशोर की एजेंसी आइ-पैक से तृणमूल के कई बड़े नेताओं में नाराजगी है। क्योंकि प्रशांत किशोर और आइ-पैक की दखलअंदाजी बढ़ी है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता प्रशांत किशोर की एजेंसी का दखल पचा नहीं पा रहे हैं।
बैरकपुर विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस विधायक ने प्रशांत किशोर की एजेंसी के खिलाफ हमलावर रूख अपनाते हुए ऐलान किया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। पश्चिम बंगाल की बैरकपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सिलभद्र दत्ता ने कहा कि एक बाहरी एजेंसी मुझे सिखा रही है कि राजनीति कैसे करूं। मैं जब कक्षा 6वीं में था, तब राजनीति में आया था। अभी मैं 62 साल का हूं, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे उस एजेंसी के एक कर्मचारी से यह सुनने को मिला कि मुझे वोटों के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हमारे लिए चुनाव लड़ने के लिए एजेंसी को चुना गया है।
तृणमूल कांग्रेस के विधायक सिलभद्र दत्ता ने कहा कि प्रशांत किशोर की कंपनी मुझसे मेरी जाति के बारे में पूछ रही हैं, क्योंकि वे जाति-आधारित राजनीति का परिचय देना चाहते हैं। विधायक ने आगे कहा कि मैंने उन्हें बताया है कि यह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार या फिर दिल्ली नहीं है। दत्ता ने जहां पीके की एजेंसी पर हमला बोलते हुए आइ-पैक का नाम नहीं लिया, तो वहीं एक अन्य विधायक ने सीधे तौर पर आइ-पैक पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है कि कोई एजेंसी यह निर्देश दे कि कैसे पार्टी को चलाया जाए।
कूचबिहार साउथ से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मिहिर गोस्वामी ने कहा है कि आइ-पैक अगर पार्टी को निर्देश देगी कि कैसे काम करें तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। अगर कोई पार्टी चाहती है कि एजेंसी पार्टी को चलाए तो 100 फीसद पार्टी को नुकसान होगा। कार्यकर्ताओं को पार्टी से जुड़े कामों को संभालना चाहिए। तृणमूल के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राज्य सरकार के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी को आइ-पैक का संगठन में हस्तक्षेप पसंद नहीं है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि साल 1995 में मैं अविभाजित कांग्रेस का काउंसलर था। मैं कोई पैराशूट से नहीं कूदा हूं। ना ही मैं यहां तक पहुंचने के लिए लिफ्ट ली।