क्रिसमस पर राष्ट्रीय अवकाश नहीं होने पर ममता ने मोदी को घेरा
केंद्र सरकार पर लगाया धार्मिक भेदभाद करने का आरोप
कोलकाता। अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा और राज्य की मुख्यमंत्री तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बीच खींचातानी तेज हो गयी है। अब ममता ने क्रिसमस की छुट्टी को राष्ट्रीय अवकाश नहीं घोषित किये जाने को मुद्दा बना दिया है। इसके लिए ममता ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्थित एलन पार्क में सोमवार देर शाम क्रिसमस कार्निवल का उद्घाटन करने के बाद ममता ने कहा कि आखिर क्यों जिसस क्राइस्ट के बर्थ डे पर राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता है? ईसाई समुदाय ने आखिर ऐसा क्या किया है? क्या भारत में सेक्युलरिज्म है? मुझे ये कहते हुए दुख हो रहा है कि भारत में ठेठ धार्मिक नफरत की राजनीति चल रही है। इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन में ममता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राज्य के विकास के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया और राज्य की स्थिति पर शाह द्वारा दिए गए आंकड़ों को झूठ का पुलिंदा बताया। कहा कि वह 28 दिसंबर को बीरभूम जिले में एक आधिकारिक बैठक के लिए वे जाएंगी और अगले दिन बोलपुर एक रोड शो करेंगी। मालूम हो कि शाह ने भी रविवार को बोलपुर में रोड शो किया था।
इससे पहले बोलपुर में अमित शाह ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर काम करने में नाकामी का आरोप लगाया था और कहा था कि बंगाल कई मामलों में देश के अधिकतर राज्यों से पिछड़ा है, वहीं भ्रष्टाचार और जबरन वसूली में आगे है। इधर ममता बनर्जी ने कहा है कि शाह ने जो कुछ कहा उसे खारिज करने के लिए उनके पास प्रमाण हैं। कहा कि वे गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर का कोई अपमान नहीं सहेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान के रूप में ‘जन गण मन’ पर सवाल कर रहे लोगों को जानना चाहिए कि यह देश की मिट्टी का सम्मान है।