तय समय से पहले पश्चिम बंगाल में हो सकती है चुनाव आचार संहिता लागू
जनवरी में केंद्रीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बंगाल के दौरे पर आयेगी!
कोलकाता। जनवरी के मध्य में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में केंद्रीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बंगाल के दौरे पर आयेगी। आयोग सूत्रों के मुताबिक यह दौरा तीन-चार दिनों का हो सकता है। राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय, गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी, स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम व राज्य पुलिस के महानिदेशक वीरेंद्र के साथ चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बैठक करेगी। बंगाल के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की जाएगी।
राजनीतिक दलों की शिकायतों और सुझावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त गौर करने के बाद ही तैयारियों का आगे का खाका तैयार करेंगे। गौरतलब है कि हाल में बंगाल के दौरे पर आये उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट चुनाव आयोग के पास जमा कर दी है। चुनाव आयोग का पूरा ध्यान अब अगले साल होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव पर है। बंगाल में चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास है। इसके मद्देनजर चुनाव आयोग निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए कोई कसर नहीं छोडऩा चाहता और बारीक से बारीक पहलू पर उसका ध्यान है।
चुनाव आयोग की सक्रियता देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि बंगाल में चुनाव आचार संहिता निर्धारित समय से पहले लागू हो सकती है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में वर्ष 2016 में पिछला विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई महीने में हुआ था और उस समय चुनाव आचार संहिता पांच मार्च को लागू हुई थी। बंगाल विधानसभा की मियाद 30 मई तक है। उससे पहले ही चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी कर नई सरकार का गठन करना होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त कोरोना काल में बिहार की तर्ज पर बंगाल में विधानसभा चुनाव कराना चाहते हैं।