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यास के कारण गिरिडीह में रुक-रुक होती रही बारिश, नहीं हुआ कोई अप्रिय घटना, 84.6 मिमि दर्ज की गई बारिश

गिरिडीहः
तमाम आशंकाओं के बीच साईक्लोन याश का कोई खास प्रभाव गिरिडीह में कहीं नहीं दिखा, सिवाय बारिश के। गुरुवार को सारा दिन रुक-रुक कर बारिश होता रहा। लेकिन बंगाल की खाड़ी से उठे साईक्लोन याश को लेकर नुकसान की आशंका थी। और प्रशासन ने तूफान से निपटने को लेकर जो तैयारी कर रखा था। उसकी जरुरत जिले में कहीं नहीं पड़ी। गनीमत रहा कि पूरे जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। और ना ही जानमाल का कोई नुकसान ही हुआ। गुरुवार दोपहर तक सिर्फ रुक-रुक बारिश होने के साथ हवाएं चली। वैसे हवाओं की रफ्तार भी समान्य ही था। इस दौरान मौसम भी पूरी तरह से बदल गया। रुक-रुक हो रही बारिश के कारण शहर के हर बाजार और हर मुहल्लों में सन्नाटा पसरा था। यहां तक पिछले छह माह से जिले के प्रमुख नदी उसरी समेत अन्य नदियों में पानी नहीं था। वैसी नदियों में पानी का बहाव कुछ हद तक तेज दिखा। जबकि शहर की सड़कों में पानी जमा दिखें। तो शहर के कई गलियों की सड़कों में गड्डे तालाब बन चुके थे। सबसे खराब हालात सीसीएल के बनियाडीह इलाके का रहा। जहां जर्जर सड़को में पानी जमा हो चुका था। लिहाजा, लोगों को आवागमन करने में कुछ परेशानी उठाते देखा गया। हालांकि कोरोना काल में साइक्लोन याश को लेकर लोग भयभीत थे। लेकिन लोगों ने राहत का सांस लिया।


इधर कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 23 घंटे में पूरे जिले में 84.6 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया। कृषि पदाधिकारी धीरेन्द्र पांडेय के अनुसार साइक्लोन के कारण हुए बारिश का कोई असर भी किसी फसल में नहीं पड़ेगा। और ना ही आने वाले खेती पर इस साइक्लोन का प्रभाव होगा। वैसे यास साईक्लोन को लेकर अब भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। डीसी राहुल सिन्हा और अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा खुद ही हर गतिविधी पर नजर रखे हुए है। डीसी के निर्देश पर बिजली विभाग, नगर निगम और स्वास्थ विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट पर है। नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता ने बताया कि साईक्लोन से अभी तक कोई जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

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