तिसरी के कई गांवों में मनरेगा योजना की जांच जारी
- सामाजिक आंकेक्षण के तहत मनरेगा योजनाओं की हो रही है जांच
गिरिडीह। पिछले दो दिनों से सोशल ऑडिटर द्वारा तिसरी मुख्यालय पंचायत के कई गांव में कई मनरेगा योजनाओं की जांच की गई। जिसमें कई योजनाओं में भारी गड़बड़ी पाई गई। सोशल ऑडिटर रामसेवक यादव ने कहा कि दो दिन से लगातार तिसरी पंचायत के पिपराटांड़, कूड़यामो, केवटाटांड़, तिसरी, अबरखा में मनरेगा से निर्मित योजनाओं का सामाजिक अंकेंक्षन की जा रही है। अभी तक 230 योजना जिसमे डोभा, कुआं, टीसीबी आदि का सत्यापन हो चुका है, लेकिन कई योजनाओं में बहुत गड़बड़ी मिल रही है। जहां डोभा बनना चाहिए वहां नही बना है व मानकों के अनुसार नही है।
बताया कि टीसीबी में लंबाई चौड़ाई कम पाया गया है। अधिकतर टीसीबी में यही स्थिति देखने को मिला है वहीं कुआं का जांच किया गया। जिसमें चार कुआं में अभी तक प्लास्तरा, रिंग नही दिया गया है। उक्त योजना का एमबी बुक व प्राक्कलन से अधिक तो नही निकासी की गई इसकी जांच टीम कर रही है। स्थल जांच के बाद सबंधित पेपर की जांच होगी। इसके बाद ही वस्तु स्थिति से अवगत की जायेगी। हालांकि दो दिनों में की गई जांच में लाखों की घोटाला का मामला सामने आ सकता है।
बता दें कि जितनी योजनाओं में गड़बड़ी या घोटाला जांच के दौरान पाया जा रहा है ठिकेदार और रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, बीपीओ के मिलीभगत से गड़बड़ी की जाती है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जब से तिसरी पंचायत में सोशल ऑडिट टीम द्वारा जांच की जा रही है। सबंधित बिचौलिया, मेठ और मनरेगा कर्मी मोटी रकम इक्कठा करने में जुटे गए है। ताकि पंचायत में आयोजित जनसुनवाई में खाना पूर्ति कार्रवाई की जा सके। अब देखना है कि योजनाओं में गड़बड़ी में आगे क्या कार्रवाई व किस किस कर्मी पर की जाती है।