बैग देने के बदले छात्रों से स्कूल में सफाई के लिए प्रधानाचार्य मांगते है झाड़ू
- स्कूल निरीक्षण को आये मुखिया से छात्रों व अभिभावकों ने की शिकायत
- दो माह बाद स्कूल में बना मध्याह भोजन
गिरिडीह। गावां प्रखंड मुख्यालय के उमवि दोनोसोत में बुधवार को पंचायत के मुखिया कन्हाई राम ने अपने समर्थकों के साथ औचक निरीक्षण करने पहुँचे। निरीक्षण करने पहुँचे मुखिया को देखते ही छात्र-छात्रा ने उनके पास आये और अपने विद्यालय की समस्या बताने लगे। छात्र ने बताया कि विद्यालय में लगभग दो माह से अधिक समय से मध्याह भोजन नही दिया जा रहा है और कोरोना काल के समय मध्याह भोजन में चावल का वितरण किया गया था। उसमे भी 15 किलो के जगह कटौती कर प्रधानाचार्य द्वारा हमलोगों के बीच 10 किलो ही वितरण किया गया। साथ ही विद्यालय में स्कूल में मिलने वाला सरकारी बैग मांगने पर प्रधानाचार्य भुनेश्वर सिंह द्वारा बैग देने पर ग्लास व झाड़ू मांगने का आरोप लगाया। कुछ देर बाद अभिभावक पहुँचे और मुखिया कन्हाई राम से यंहा के सभी शिक्षकों को दूसरे विद्यालय में स्थांतरण करते हुए दूसरे शिक्षक की मांग की।
अभिभावकों ने कहा कि इस विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा बच्चांे को सरकारी लाभ मिलने वाली राशि व चावल कुछ भी वितरण नही करता है। लगभग दो माह से मध्याह भोजन भी बंद कर रखा है। आज सिर्फ निरीक्षण के वजह से मध्याहन भोजन बनाया जा रहा है। मुखिया ने प्रधानाचार्य भुनेश्वर सिंह से कहा कि अपने कार्यशैली में 15 दिनों के अंदर सुधार लाये। अन्यथा जिला पदाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगे।
छात्र-छात्रा द्वारा जानकारी मिला है कि बच्चों के बीच ड्रेस का भी वितरण नही किया गया। और दो माह से मध्याह भोजन भी बंद है। इधर प्रधानाचार्य भुनेश्वर सिंह ने बताया कि चुनाव होने के वजह से दो माह से मध्याह भोजन बन्द था आज से शुरू कर दिया गया है। उसके बाद जब उनसे पूछा कि बच्चो से झाड़ू क्यों मांगा जाता है तो उन्होंने कहा कि विद्यालय के सफाई के लिए झाड़ू मांगते है।