समाहरणालय में पत्नी के साथ अनशन पर बैठे भारतीय वायु सेना के कमांडेट
यूनिफार्म पहन कर अनशन पर बैठने के कारण डीसी ने मामले को लिया संज्ञान में
कमांडेट ने कहा कि अपने हक के लिए बैठे है अनशन पर
गिरिडीह। पैतृक संपत्ति से जबरन बेदखल किए जाने के विरोध में भारतीय वायु सेना में पोस्टेड सेकेंड इन कमांडेट विनय सिंह अपनी पत्नी के साथ गिरिडीह समाहरणालय के समीप अनिश्चितकालीन अनशन शुरु कर दिया। हालांकि वायु सेना के कमांडेट के किए जा रहे अनिश्चितकालीन अनशन पर डीसी राहुल सिन्हा ने भी हैरानी जताते हुए कहा कि यूनिफार्म में रक्षा मंत्रालय के कोई अधिकारी और जवान इस प्रकार अनशन कैसे कर सकते है। क्योंकि अनशन पर बैठे वायु सेना के पदाधिकारी एक संवैधानिक पद पर है। फिलहाल प्रोटोकाॅल इसकी अनुमति नहीं देता, कि कोई सरकारी पदाधिकारी सर्विस के दौरान इस प्रकार अनशन करें। लिहाजा, डीसी ने मामले की गंभीरता समझते हुए इस मामले को संज्ञान में लिया और एक पदाधिकारी को उनके पास वार्ता के लिए भेजा।
अपने अधिकार की लड़ाई के लिए कर रहे है अनशन
पत्नी रीना सिंह के साथ अनशन पर बैठे कमांडेट वीके सिंह ने कहा कि वह यूनिफार्म में भी अनशन पर बैठ सकते है। क्योंकि वह किसी सरकारी संस्थान और देश के विरोध में नहीं अनशन शुरु कर रहे है। बल्कि, अपने अधिकार की लड़ाई के लिए अनशन कर रहे है। जिसकी जानकारी वे अपने सीनियर अधिकारियों को हेडक्र्वाटर में दे चुके है। इस बीच पत्नी के साथ अनशन पर बैठे कमांडेट वी.के सिंह का कहना है कि जब तक उनका अधिकार नहीं मिलेगा। उनका अनशन आगे भी जारी रहेगा।
क्या है मामला
कमांडेट वी.के सिंह ने कहा कि गिरिडीह के बिरनी प्रखंड बेदापहरी गांव में उनके दादा भागीरथ सिंह द्वारा दिया गया पैतृक संपति है। लेकिन वह हिमाचल के मनाली में पोस्टेड है और पत्नी के साथ मनाली में ही रहते है। इस बीच अवकाश लेकर वह परिवार के साथ घर लौटे, तो दोनों भाई रवीन्द्र सिंह और वीरेन्द्र सिंह ने उनको घर में घुसने पर रोक लगा दिया। यही नही 28 सितबंर को जब दुबारा घर घुसने का प्रयास किया। तो दोनों भाईयों ने अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने तक की धमकी दी। वायु सेना के अधिकारी ने दोनों भाईयों के साजिश में पिता नकुलदेव सिंह के मिले होने का आरोप लगाया है। इधर पत्नी रीना सिंह ने कहा कि जब तक उनके पति का अधिकार नहीं मिल जाता है वो पति के साथ अनशन पर बैठेगी।




