किसान बिल के विरोध में शुक्रवार को भारत बंद, माले ने दिया समर्थन
बैठक कर बंद को सफल बनाने की बनाई रणनीति
गिरिडीह। केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित किसान बिल को किसान विरोधी विधेयक बताते हुए शुक्रवार को विपक्षी दलों ने भारत बंद का अहवान किया हैं। इसी क्रम में गुरुवार को भाकपा माले कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग झंडा मैदान में हुई। भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव, गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा, जिप सदस्य मनोहर हसन बंटी आदि ने मीटिंग की अगुवाई की, जिसमें कल के भारत बंद को सफल करने के लिए व्यापक रूप से भागीदारी निभाने का निर्णय लिया गया।
किसानों का शोषण करना सरकार का मुख्य उद्देश्य: माले
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि मोदी राज में किसानों के खिलाफ दो विधेयक पारित किए गए हैं, जिनका एकमात्र उद्देश्य कृषि क्षेत्र में काॅरपोरेट कंपनियों को प्रवेश दिलाना तथा किसानों को उनके शोषण के अधीन धकेल देना है। कहा कि भाकपा माले जैसी पार्टी सरकार की इस नीति को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती। आज पूरे देश के किसान कृषि विधेयकों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। विभिन्न किसान तथा राजनीतिक संगठन भी विरोध में उतरे हुए हैं। उन सबों के साथ मिलकर कल के बंद को सफल करने का आह्वान किया गया है।
किसानहीत में लोगों से मांगा समर्थन
कहा कि गिरिडीह जिले में भी विभिन्न प्रखंडों सहित जिला मुख्यालय में बंद के समर्थन में पूरी तैयारी के साथ लोग उतरेंगे और लोकतांत्रिक तरीके से बंद के समर्थन की अपील करेंगे। उन्होंने आम लोगों से भी बंद का साथ देते हुए खुद को किसानों के साथ खड़ा रहने की अपील की। बैठक में प्रदीप यादव, मो. ताज, नौशाद अहमद चांद, उज्ज्वल कुमार, कन्हैया सिंह, विजय भदानी, सलमान, आलम, सैलाब आदि मौजूद थे।