लंगटा बाबा कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मियों का अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू
- शासी निकाय द्वारा निर्धारित वेतनमान नही मिलने से नाराज है शिक्षकेत्तर कर्मी
- उपायुक्त और एसडीएम को करा चुके है अवगत
गिरिडीह। लंगटा बाबा डिग्री कॉलेज के प्राचार्य एवं शासी निकाय की मनमानी के खिलाफ मंगलवार को महाविद्यालय परिसर में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शिक्षकेत्तर कर्मियों द्वारा अनिश्चित कालीन आमरण अनशन शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2007 में नियुक्त हुए शिक्षेकतर कर्मियों द्वारा वर्तमान प्राचार्य प्रो. कमल नयन के खिलाफ जमकर नारे बाजी किया। मौके पर आमरण अनशन का नेतृत्व करतें हुए शिक्षेकतर कर्मी शिव शंकर प्रसाद सिंह ने पत्रकारो को बताया कि 23 लोगों की नियुक्ति 2007 में तत्कलीन प्राचार्य प्रो. अर्जुन प्रसाद राय एवं शासी निकाय के सदस्यों ने विधिवत् रूप से किया था। उस दिन से हमलोगों को शासी निकाय द्वारा निर्धारित वेतनमान के आधार पर वेतन मिलना शुरू हुआ, जो लगातर नियमित रूप से मिलता रहा। जिसे एक साजिश के तहत कॉलेज में फर्जी ढंग से प्राचार्य बने प्रो. कमल नयन सभी 23 कर्मियों का वेतन पर रोक लगा दिया है।
प्राचार्य पर लगाया वेतन रोकने का आरोप
कहा की वर्ष 2014 से एक साजिश के तहत हमलोगों का वेतन भुगतान करने पर आनाकानी करने लगा। हम सभी प्रतिदिन कॉलेज में अपना हजारी नियमित रूप से बनाते रहें हैं, लेकीन वर्ष 2014-15 से प्राचार्य ने एक भी कर्मियों का वेतन का भुगतान नही किया। कहा कि वर्ष 2015 के नवंबर माह में कुछ लोगांे का वेतन देकर और कुछ लोगांे को आश्वासन देकर कहा गया कि आप लोगों को भी छठ एवं दीपावली पूजा के मौके पर भुगतान कर दिया जायेगा। मगर आज पांच से छः वर्ष तक हम सभी को वेतन का भुगतान नही किया है। कहा कि फरवरी 2016 से हम सभी 23 शिक्षेकत्तर कर्मियों का वेतन भुगतान पंजी से एक षड़यंत्र के तहत हटा दिया गया है। जब हमलोगों को इसकी भनक लगी तो हमसभी अपने सारे दास्तावेज के साथ शासी निकाय के अध्यक्ष उपायुक्त महोदय एवं सचिव खोरीमहुआ एसडीएम से मिलकर मामले से अवगत करायंे। लेकिन स्थिति अब भी जस की तस बनी हुई है। कहा कि प्राचार्य के आंतक से हम सभी परेशान होकर अंत में आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर हुए है। कहा कि इन सारी समस्याओं से क्षेत्र के सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों, वरीय पदाधिकारी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री आदि को भी अवगत करवा चुका हूं।
अमरन अनशन में है शामिल
अमरन अनशन में नीलेश कुमार मिश्रा, सुरेन्द्र प्रसाद तिवारी, कुमार कृष्ण, ईश्वर रजक, श्यामसुंदर पासवान, शेलेन्द्र कुमार पांडेय, नवीन कुमार तिवारी, अजय कुमार राय, राम नारायण राणा, रूपनारायण साव, जितेंद्र कुमार, रेखा देवी, शीला देवी, हेमंती देवी, रमणिका मिश्रा, रेणु देवी, आरती देवी, रीना देवी आदि लोग मौजूद थे। सभों ने एक स्वर में कहा कि जब तक हमलोगों का पिछले 6 वर्षों से लंबित वेतन का भुगतान एवं दोषी प्राचार्य पर विभागीय कारवाई नही किया जायेगा, तब तक सभी आमरण अनशन पर डटे रहेंगें।