मानदेय बढ़ने व नियमावली बनने की खुशी में सेविका सहायिकाओं ने खेली होली
- सीटू के बैनर तले निकाला आभार जुलूस, हेमन्त सोरेन जिंदाबाद के लगे नारे
कोडरमा। झारखंड सरकार के द्वारा आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय बढ़ाने और सेवा शर्त नियामवली पर मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिलने की खुशी में झंडा चौक पर खुशी व्यक्त करते हुए सेविका सहायिका ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर खेली होली। इससे पूर्व ब्लॉक मैदान से झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ (सीटू) के बैनर तले ढोल नगाड़ा के साथ नृत्य और नारा लगाते हुए सेविका सहायिकाओं ने एक विशाल आभार जुलूस निकाला जो ब्लॉक पार्क, नई सब्जी मंडी रोड, पूर्णिमा टॉकीज होते हुए झण्डा चौक पहुंचा। जुलूस में अभी तो यह अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है, हेमन्त सरकार जिंदाबाद, आंगनबाड़ी एकता जिंदाबाद, सीटू जिंदाबाद आदि नारे लगाए जा रहे थे।
मौके पर जिला सचिव वर्षा रानी की अध्यक्षता में हुई सभा को संबोधित करते हुए सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने कहा कि झारखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में झारखंड सरकार द्वारा बढ़ोतरी किए जाने का सीटू स्वागत करता है। यह बढ़ोतरी आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा किए गए संयुक्त संघर्ष का परिणाम है। कोरोना के समय इन आइसीडीएस कार्यकर्त्ताओं ने बहुत ही कठिन परिस्थितियों में अपने कर्तव्य का पालन किया था। सीटू मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बधाई देता है कि उन्होंने किए गए वायदे को पूरा किया है।
आंगनबाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि इन मांगों के लिए राज्य भर की सेविका सहायिका पिछली रघुवर सरकार से काफ़ी लाठियां खाई है, दर्जनों सेविका की जान गई है। यह सेविका सहायिका के लम्बे संघर्ष की ऐतिहासिक जीत है। हम दिल से हेमन्त सोरेन को आभार प्रकट करते हैं। ज्ञात हो कि नियामवली बनने के बाद अब सेविका को 9500 रूपये और सहायिका को 4750 रूपये मानदेय मिलेगा और हर साल 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। सेविका सहायिका की मौत होने पर परिवार के सदस्य को नौकरी मिलेगा। सेविका सहायिका का भविष्य निधि का खाता खोला जाएगा, सेविका सहायिका को 180 दिन मातृत्व अवकाश मिलेगा।
मौके पर मजदूर नेता प्रेम प्रकाश, संयुक्त सचिव उर्मिला देवी, कोषाध्यक्ष संतोषी देवी, बेबी देवी, संध्या वर्णवाल, सरस्वती देवी, प्रभा, रेखा कुमारी, अर्चना देवी, आशा देवी, मीना एक्का, रीना देवी, अनीता देवी, चिंतामणि देवी, नीलम यादव, संध्या कुमारी, नूतन सिंह, शबाना कौशर, नाजरा प्रवीण, हिना प्रवीण, दीपा, कुंती, निर्मला, बबीता, रामदुलारी, पुनम, रानी, शरवरी खातून, ममता, किरण, सुनीता, आरती, सुनैना, शिवपुजन पासवान सहित सैकड़ों सेविका सहायिका आदि मौजूद थी।