सरिता हत्याकांड मामले में मुफ्फसिल थाना पुलिस ने लिया आधा दर्जन को हिरासत में, हत्याकांड की सूई कर रही है प्रेम-प्रसंग की तरफ संकेत
गिरिडीहः
सरिता हत्याकांड में गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है। सोमवार को भी पुलिस खाक छानती रही। हां, छीछालेदर और नाकामियों के आरोपों से बचने के लिए पुलिस 36 घंटे में आधा दर्जन भर से अधिक संदिग्धो को पूछताछ के लिए हिरासत में जरुर लाई। और सबों से पूछताछ भी कर रही है। लेकिन 36 घंटे में हत्या किन कारणों से हुई और किन लोगों ने किया, और अब तक के जांच में पुलिस को मिला क्या, पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। फिलहाल जिन संदिग्धों को थाना लाया गया। उन सबों पर अलग-अलग आरोप है। लेकिन मृतिका के पति गोंविद वर्मा ने इसमें पांच आरोपियों के खिलाफ थाना में आवेदन देकर केस दर्ज कराया है। जिन आरोपियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है उसमें मृतिका सरिता देवी के पति गोंविद वर्मा के पड़ौसी नारायण पासवान, के अलावे दुसरे पड़ौसियों में प्रेम महतो और उसके दोनों बेटे पिंटू वर्मा, छोटी वर्मा के साथ शीतलपुर निवासी सीताराम तांती भी शामिल है। तो दुसरी तरफ पुलिस प्रेम महतो के साथ उसके एक बेटे पिंटू वर्मा, सीताराम तांती और नारायण पासवान व कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जबकि कई और पुलिस के हिरासत में है। इनसे भी पूछताछ किया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रेम महतो पर आरोप है कि बीतें तीन साल पहले प्रेम महतो का बेटा एक और बेटा और गोंविद वर्मा एक साथ किसी से बाईक से बाहर गए हुए थे। जहां गिरिडीह लौटने के क्रम में सड़क हादसे में प्रेम महतो के बेटे की मौत हो गई थी। जिसे लेकर प्रेम महतो के अब तक नाराज होने की बात कही जा रही है। जबकि नारायण पासवान पर जमीन विवाद का आरोप है। मैगजीनिया गांव के जिस घर में गोंविद वर्मा अपने परिवार के साथ रहता है तो उसी घर को लेकर गोंविद वर्मा व उसके चचेरे भाई लखन वर्मा के साथ नारायण पासवान के बीच विवाद चल रहा है। लेकिन मामले को लेकर कई बार पंचायती हुई, जिसमें काफी हद तक मामला सुलझने की बात सामने आई।
वहीं शीतलपुर के सीताराम तांती पर आरोप है कि वो पांडेयडीह गांव के नदी में हर रोज सुबह नहाने गई महिलाओं को लकड़िया काटने के नाम पर घूरता था। और कई बार सीताराम तांती को स्थानीय ग्रामीणों ने पकड़ कर पीटा भी था। लिहाजा, पुलिस अब यही मानकर चल रही है कि प्रेम महतो और नारायण पासवान को लेकर सरिता देवी की हत्या नहीं हुई है। बल्कि मामला प्रेम-प्रसंग और सरिता के साथ घटना के दिन रविवार को पांडेयडीह के जंगल में कुछ जबरदस्ती किए जाने के दौरान कुछ मामला हुआ, जिसका विरोध होने पर उसकी हत्या हुई। इधर घटना के दुसरे दिन भी मृतिका के परिजन बेसुध थे, और घटना को लेकर गमगीन थे, क्योंकि मृतकिा के दो बच्चे है और दोनों छोटे है। जिसके पालन-पोषण अब उसके पिता गोंविद समेत पूरे परिवार के लिए चिंता कारण बना हुआ है।