जमुआ एमओ को बरखास्त करें उपायुक्त: सोनी
एमओ के संरक्षण में सरकारी अनाज का हो रहा है कालाबाजारी, लोगों में आक्रोश
गिरिडीह। जमुआ एमओ शिवकुमार राम की कार्यशैली को लेकर जमुआ के लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। गौरतलब हो कि जमुआ के वर्तमान प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी शिवकुमार राम जो कि जमुआ बीसीओ के भी पद पर कार्यरत हैं के कार्यकाल में जमुआ में जनवितरण के अनाजों और केरोसिन की कालाबाजारी चरम पर है। इस बाबत जमुआ की पूर्व प्रमुख व झामुमो नेत्री सोनी चैरसिया ने कहा कि वर्तमान में जमुआ प्रखंड में खुलेआम जनवितरण के अनाजों की कालाबाजारी हो रही है। सूत्र बताते हैं कि जमुआ के बिचैलियों और जमुआ के पदाधिकारी की सांठ-गांठ के कारण यह सब खुलेआम चल रहा है। यही कारण है कि सब कुछ जानते हुए भी जमुआ प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी इस पर कोई कार्रवाई नहीं करते। कालाबाजारी की हद पार करने पर जमुआ के ग्रामीणों द्वारा खुद एफर्ट लगाकर भी कालाबाजारी का अनाज पकड़ कर इन्हें सूचना दी जाती है तो ये सम्बंधित बिचैलिया और डीलर से मिलकर मामले को रफा दफा करने में अपनी भूमिका निभाते हैं। सोनी ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से बरखास्त करने की मांग मैं जिला उपायुक्त से करती हूँ।
ग्रामीणों द्वारा पकड़े गये आनाज लदे वाहन को एमओ के सह पर छुड़ाया गया
उन्होंने बताया कि बीते सोमवार को भी यहां यही खेल हुआ। प्रखंड के पोबी ग्राम के ग्रामीणों ने एक डीलर के यहां से एक पिकअप वाहन(जेएच 12 ई 7248) से कालाबाजारी के लिए ले जाये जा रहे जनवितरण अनाज की 52 बोरियों को रंगे हाथों पकड़ा गया। पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रखण्ड से लेकर जिला के वरीय पदाधिकारियों को दी। जमुआ एफसीआई के गोदाम प्रबंधक रजनीश कुमार और जमुआ थाना के एसआई बीरबल सिंह एवं संजय कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। इन पदाधिकारियों की उपस्थिति में पिकअप चालक छोटू साव ने यह स्वीकारा भी किया कि चावल की यह बोरियां पोबी के डीलर अनिल सिन्हा के यहां से लोड हुई है। पदाधिकारियों ने इसकी लिखित सूचना पत्रकारों और ग्रामीणों को देकर कि इस पर अग्रेतर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनवितरण अनाज की बोरियों से लदे पिकअप वाहन को पदाधिकारी जमुआ थाना ले भी गए, लेकिन जमुआ एमओ शिवकुमार राम के आने के बाद इसमें मैनेज करने के खेल की शुरुआत हुई और घटना के दस-बारह घन्टे के बाद आधी रात को बगैर कोई प्राथमिकी दर्ज करवाये चावल की बोरियों सहित पिकअप वाहन को और उसके चालक को छोड़ दिया गया।
बताई इस पूरे खेल में जमुआ एमओ की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है। यह तो सिर्फ एक बानगी है बाकी यहां हमेशा ऐसे हीं गरीब जनता के अनाज को कालाबाजारियों द्वारा खपाया जाता है और सरकार की छवि को खराब की जाती है। सोनी चैरसिया ने कहा कि यदि उपायुक्त इस पर शीघ्र कोई पहल नहीं करते तो वह आगे की लड़ाई की रणनीति तैयार करेगी।