अपने ही घर आँगन में डीवीसी और यही पर अँधेरा…बर्दाश्त नही किया जाएगा: शालिनी
- अनियमित विद्युत और पेय जलापूर्ति पर पूर्व जिप अध्यक्ष ने जताया रोष
- पत्र लिखकर डीसी से की पहल करने की मांग
कोडरमा। जिलावासी अनियमित विद्युत आपूर्ति से परेशान हैं। 24 घंटे में जिले में 10 से 12 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो रही है। इस वजह से गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। वहीं बिजली रानी के नखरे भी परेशानी का सबब बना हुआ है। इधर पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता सुधांशु कुमार से मिलकर समस्या अवगत हुई। अधीक्षण अभियंता संुधाशु ने बताया कि डीवीसी लगातार दस दिनों से दो-दो घंटे का लोड शेडिंग तीन-तीन बार बिना बताए कर रहा है। ऐसे में विभाग को दो घंटे के बाद बिजली मिलने के उपरांत आपूर्ति ट्रिप हो जा रहा है। विभाग भी मरम्मति व अन्य कार्य के लिए चार से पांच घंटा बिजली काट रही है। अगर डीवीसी समय बताकर लोड शेडिंग करे तो उसी बीच विभाग मेंटेनेंस वर्क कर सकता है।
पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने समस्याओं से अवगत होने के बाद डीसी आदित्य रंजन को पत्र लिखकर डीवीसी के इस व्यवस्था पर पहले करने की मांग की है। ताकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को 24 घंटे निर्वाध बिजली मिल सके। डीसी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि किसी भी क्षेत्र के विकास में बिजली का बड़ा योगदान होता है। बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ गृहणियों को घरेलू काम करने, लघु उद्योग चलाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। इसे शीघ्र ही जिला प्रशासन को समाधान करने की अपील की है।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अपने ही घर आँगन में डीवीसी और यही पर अँधेरा…बर्दाश्त नही किया जाएगा। यहां की जमीन, यहां का कोयला और यहीं का पानी लेने के बाद भी कोडरमा में अंधेरा पसरा है। जबकि नियम संगत यह है कि जहां भी विद्युत उत्पादन केंद्र होता है उस क्षेत्र में 24 घंटे बिजली देने का प्रावधान है। डीवीसी इसकी अवहेलना कर रहा है। मौके पर कार्यपालक अभियंता तकनीकी नथन रजक के अलावा अन्य लोग मौजूद थे।