गिरिडीह के तिसरी में धंसा माइका खदान, दो मजदूरों की मौत, शव धंसे हुए खदान के भीतर
वन विभाग के कर्मियों के मिलीभगत से जंगल में संचालित है कारु बरनवाल का खदान
गिरिडीहः
गिरिडीह के तिसरी में एक बार फिर माइका खदान के धंसने से दो मजदूरों की मौत हो गई। इसमें एक मजदूर तिसरी निवासी रंजीत राय की पहचान हुई है। तो दुसरे मजदूर का शव अब भी खदान के भीतर ही होने की बात कही जा रही है। माइका खदान धंसने की घटना तिसरी के मंशाडीह पंचायत के सकसोकिया जंगल के समीप मंगलवार की दोपहर को हुआ। घटनास्थल तिसरी प्रखंड मुख्याल से करीब 25 किमी दूर बताया जा रहा है। सकसोकिया जंगल का यह खदान करीब पांच सौ से अधिक फीट की गहराई में धंसा है। लिहाजा, दोनों मजदूर का शव फिलहाल धंसे हुए खदान के भीतर ही होने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन खदान में करीब दर्जन भर मजदूरों को भीतर भेजा गया था। तिसरी के सकसोकिया जंगल में माइका खदान के धंसने और उसमें मजदूरों के मौत की पुष्टि वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रवेश अग्रवाल ने करते हुए बताया कि घटना के बाद इलाके के वन विभाग के पदाधिकारियों को घटनास्थल भेजा गया है। जानकारी के अनुसार सकसोकिया जंगल के इस माइका खदान में दोपहर करीब दो बजे एक साथ दर्जन भर मजदूर घुसे थे। खदान से माइका निकालने का काम खदान संचालक कारु बरनवाल द्वारा दिया गया था।
जबकि खदान संचालक भी जानता था कि जिस खदान से माइका निकालने के लिए मजदूरों को भेजा जा रहा है। वह पूरी तरह से वनभूमि क्षेत्र के अधीन में है। जहां मामूली लापरवाही पर भी खदान धंसने में एक पल का वक्त नहीं लगता। इसके बाद भी खदान संचालक कारु बरनवाल ने मजदूरों को खदान के भीतर भेजा। खदान के भीतर भेजते ही कुछ पल में तेज आवाज के साथ खदान करीब पांच सौ फीट धंस गया। जिसमें 10 मजदूर खुद को बचाने में सफल रहे। तो दो मजदूरों के मौत की बात कही जा रही है। घटना के काफी देर तक तिसरी थाना की पुलिस घटनास्थल नहीं पहुंच पाई थी। इधर रंजीत राय का शव देखते ही परिजन भी बेसुध हो गए। जानकारी के अनुसार मंशाडीह के सकसोकिया जंगल के इस माइका खदान में खदान संचालक अवैध तरीके से वन विभाग के कर्मियों के मिलीभगत से अक्सर माइका निकालने भीतर भेजते है। इसमें तिसरी थाना पुलिस के भी मिलीभगत होने की बात कही जा रही है।