हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे केस होगा सिलेबस में शामिल
दिल्ली। कानपुर वाला चर्चित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अब पुलिस अकेडमी के सिलेबस में शामिल होगा। इसके लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है। दरअसल आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों को बेहतर पुलिसिंग के लिए विकास दुबे केस को ट्रेनिंग के दौरान पढ़ाया जाएगा। वहीं सिलेबस में ज्योति हत्याकांड को भी शामिल किया जाएगा।
बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रशिक्षुओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण
गौरतलब है कि आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग और पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए एक कमेटी गठित की गई थी। कमिटी ने सरकार को सुझाव देते हुए विकास दुबे केस को सिलेबस में शामिल करने की मंजूरी मांगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष नवंबर के अंत तक इसे सिलेबस में शामिल कर लिया जाएगा। नए बैच के आईपीएस और पीपीएस अफसर इसको पढ़कर बेहतर पुलिसिंग के गुर सीखेंगे।
पुलिस की खामियों को बताया जाएगा
इस पूरे प्रकरण में पुलिस की ओर से दबिश और जांच की कई खामियों का खुलासा हुआ था। इस घटनाक्रम की पूरी स्टडी की गई और इन खामियों के बारे में बताने, इनको दोबारा न दोहराने और इनका कैसे मुकाबला किया जाए, इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी। इस रिपोर्ट के जरिए अफसरों को ज्यादा बेहतर ढंग से काम करने लायक बनाने के लिए इसे पाठ्यक्रम में जोड़ने की कवायद की जा रही है।
एनकाउंटर में हुआ था ढेर
सिलेबस के अनुसार बिकरू कांड में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर उसने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। घटना के बाद विकास दुबे फरार हो गया और करीब एक हफ्ते के बाद जब उसे मध्य प्रदेश से पकड़ा गया। वहां से कानपुर लाते वक्त पुलिस एनकाउंटर में उसे मार गिराया गया। एनकाउंटर के संबंध में पुलिस का कहना था कि कानपुर के पास विकास दुबे ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद मुठभेड़ हुई और विकास दुबे ढेर हुआ।