गायत्री शक्तिपीठ में मनाया गया गुरुपूर्णिमा
- निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर का हुआ आयोजन
- वृक्षारोपण के तहत लोगों के बीच किये एक सौ पौधे वितरण
- सनातन धर्म में गुरु का वरन परम आवश्यक: कामेश्वर सिंह
गिरिडीह। गायत्री शक्तिपीठ में शनिवार को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया। इस अवसर पर गायत्री महायज्ञ, निःशुल्क चिकित्सा शिविर एवं फलदार पौधों का वितरण किया गया। यज्ञ के दौरान गायत्री परिवार प्रमुख कामेश्वर सिंह ने व्यक्ति के जीवन में गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में गुरु आवश्यक है। गुरु ही हमें जीवन जीने की कला सिखलाता है और जीवन में आने वाले बाधाओं को दूर करने की बातें बतलाता है। सनातन धर्म में गुरु का वरन परम आवश्यक बतलाया गया है। अखिल विश्व गायत्री परिवार के गुरु वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जिनसे आज करोड़ों लोग जुड़ कर अपने जीवन को सन्मार्ग गामी बना रहे हैं। साथ ही उन्होंने 32 सौ पुस्तकों की रचना की है, जो मनुष्य को अध्यात्म, योग, स्वास्थ्य एवं जीवन जीने की कला सहित विभिन्न ज्ञान प्रदान करता है।
चिकित्सा शिविर के दौरान लोगों के शुगर, ब्लड प्रेशर की जांच की गई। साथ ही गायत्री परिवार के द्वारा निःशुल्क एक सौ पौधों का वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान कोरोना से बचाव के उपाय भी लोगों को बतलाया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेंद्र राम तरवे, भागीरथ प्रसाद सिंह, तुलसी पंडित, सतीश भदानी, जितेंद्र शर्मा, नरेश यादव, अरुण कुमार, दयानंद प्रसाद, हरेंद्र प्रसाद चौधरी, जयप्रकाश राम, उर्मिला बरनवाल, पूनम बरनवाल, प्रियंवदा चौधरी, लता वर्मा, वीणा गुप्ता, पार्वती बरनवाल आदि का सहयोग रहा।