पंचायत चुनाव नहीं कराने की मंशा पाल रही है सरकार: बाबूलाल मरांडी
विपक्षी विधायकों के क्षेत्र की अनदेखी कर रही है हेमंत सरकार: केदार हजरा
गिरिडीह। सरकार पंचायत चुनाव नहीं करवाकर अफसरों के जरिए पंचायतों से जनता का दोहन शोषण करने का मंसूबा पूरी करना चाहती है। उक्त बातें झारखण्ड के पहले सीएम सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को जमुआ प्रखण्ड के खूंटा बांध में पूर्व जीप अध्यक्ष मुनिया देवी के आवास पर पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल है। एक वर्ष के कालखंड में एक भी उपलब्धि गिना नहीं सकती। कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के साथ-साथ सूचना आयुक्त की भी नियुक्ति नहीं कर रही है, ताकि सरकार के कार्यों के बाबत आम लोग कोई जानकारी हासिल न कर सकें।
सिर्फ झारखण्ड को लूटने के एक मात्र लक्ष्य पर काम कर रही है हेमंत सरकार
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार सिर्फ झारखण्ड को लूटने के एक मात्र लक्ष्य पर काम कर रही है। पंचायत चुनाव नहीं करवाकर यहां के सवा तीन करोड़ लोगों के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है। कहा कि जब विधानसभा चुनाव हो सकते है, तो पंचायत चुनाव क्यों नहीं। उनके साथ जमुआ विधायक केदार हजरा ने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार विपक्षी विधायकों के क्षेत्रों की अनदेखी कर रही है। जबकि रघुवर राज में सभी को समान दृष्टि से देखा जाता था। उनके साथ भाजपा नेता विनय सिंह, महेंद्र वर्मा, कुरहोबिन्दो के मुखिया शंकर राणा, मलुआ टांड़ के मुखिया शम्भू वर्मा, पूर्व जीप अध्यक्ष मुनिया देवी, भाजपा नवडीहा मण्डल अध्यक्ष शंकर साव, भाजपा नेता शैलेश सिंह, धनेश्वर वर्मा, अशोक साव सहित कई लोग थे।