लाल बाजार में एक सप्ताह पहले मिले शव का खुलासा करने में सफल हुई गिरिडीह पुलिस
- अवैध संबध के कारण की गई थी युवक की हत्या
- एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी
- मामले को सुसाईड में बदलने के लिए फेंका गया था शव
गिरिडीह। निमियाघाट के लाल बाजार में एक सप्ताह पहले मिले अज्ञात शव का खुलासा गिरिडीह के निमियाघाट थाना पुलिस करने में सफल रही है। अवैध संबध को लेकर ही युवक की हत्या की गई थी। इस केस के उद्भेदन में डुमरी सर्किल के पुलिस इंस्पेक्टर आदिकांत महतो और निमियाघाट थाना प्रभारी विकास पासवान की महत्पूर्ण भूमिका रही। पुलिस हत्याकांड में शामिल दो आरोपी पप्पू कुमार शर्मा और विवेक विश्वकर्मा को गिरफ्तार करने में सफल रही। तो हत्या के बाद मृतक के शव को बसेईगांव के समीप नेशनल हाईवे के समीप फेंकने में इस्तेमाल किए गए स्विफ्ट डिजायर वाहन के साथ लोहे के राॅड और मोबाइल को भी जब्त कर लिया। वहीं रविवार को प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेणु और थाना प्रभारी पासवान ने बताया कि लालबाजार के बसेईजाम गांव में एक सप्ताह पहले जिस व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा मिला था। वह मोहित कुमार था।
मोहित की हत्या पड़ौसी जिला धनबाद के भूली थाना क्षेत्र निवासी विवेक विश्वकर्मा ने अपने एक दोस्त पप्पू कुमार के साथ मिलकर किया था। इसके लिए दोनों ने मिलकर एक लोहे के राॅड से पहले मोहित को बुरी तरह से मारा। फिर उसकी हत्या कर मामले को आत्महत्या में बदलने के लिए ही मोहित के शव को दोनों ने स्विफ्ट डिजायर वाहन से नेशनल हाईवे के लालबाजार के समीप बसेईजाम के समीप फेंक दिया था। 30 मार्च को मिले मोहित के शव को पहचानना भी संभव नहीं हो रहा था। लेकिन सर्किल इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी पासवान के नेत्तृव में निमियाघाट के एसआई संगम पाठक समेत अन्य पदाधिकारियों ने पूरे सुझबूझ के साथ पूरे मामले का उद्भेदन किया।
एसपी ने बताया कि हत्या का कारण विवेक विश्वकर्मा की पत्नी के साथ मोहित का अवैध संबध था। मृतक मोहित और विवेक विश्वकर्मा की पत्नी के बीच काफी महीनों से अवैध संबध चल रहा था। लेकिन पत्नी की बेवफाई विवेक काफी देर से पता चला। इस दौरान विवेक को अपनी पत्नी के साथ मोहित का अवैध संबध की जानकारी मिला। तो विवेक ने अपने दोस्त पप्पू के साथ मिलकर मोहित के हत्या का प्लानिंग बनाकर उसका हत्या किया।