नौकरी के नाम पर युवाओं को ठगने वाले साइबर अपराधियों के गिरोह का गिरिडीह पुलिस ने किया पर्दाफाश
- मास्टर माइंड समेत 9 अपराधियों को दबोचा, एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी
गिरिडीह। नौकरी के नाम पर भी साइबर क्राइम से जुड़े अपराधी युवाओं को ठगने से बाज नही आ रहे है। हालांकि गिरिडीह पुलिस हर तरीके से साइबर अपराधियों का नकेल कसने का काम कर रही है। इसी क्रम में वर्क फ्रॉम होम की नौकरी का लालच देकर युवाओं को फंसाने वाले बजाज फाइनेंस कंपनी के तथा कथित कर्मी चंदन मालाकार समेत 9 अपराधियांे को साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने दबोचने में सफलता प्राप्त की है। पिछले 24 घंटे मिले सफलता के दूसरे दिन सोमवार को एसपी दीपक कुमार शर्मा और साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अपराधियो के पास से पुलिस ने 25 मोबाइल के साथ 28 सीम कार्ड, 23 एटीएम, 17 पासबुक समेत कई अन्य सामान भी बरामद किया हैं।
गिरफ्तार अपराधियों में हजारीबाग के गोरहर थाना इलाके के बंदासिंघा दीपक कुमार, जमुआ के परगोडीह निवासी सिकंदर राय, डुमरी के जामतारा निवासी मोहम्मद सिराज, सरिया के नगर केशवरी निवासी विकास मंडल, राजू मंडल, देवरी के अभिषेक मिश्रा, हीरोडीह के चुगलखार निवासी शैलेंद्र सिंह, जमुआ के मोती साहा और जमुआ के भूपतडीह निवासी चंदन मालाकार शामिल है। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सारे अपराधी युवाओं को वर्क फ्रॉम होम की नौकरी का लालच देकर न सिर्फ उनकी गाढ़ी कमाई को ठगा करते थे। बल्कि, गूगल सर्च इंजन पर फिट नंबर पर भी कॉल कर सेक्सटॉशन का शिकार बनाया करते थे। एसपी श्री शर्मा ने बताया कि इस गिरोह का मास्टर माइंड खुद जमुआ का चंदन मालाकार ही था, जो गिरोह को गाइड करता था।