तीन दशक से सेवा दे रहे गिरिडीह नवजीवन नर्सिंग होम में मरीजों के लिए शुक्रवार से शुरु होगा आईसीयू की सुविधा
आईसीयू सुविधा की सारी तैयारी हो चुकी है पूरी, आयुष्मान स्कीम से मिलेगा फायदाः स्वाति बगेड़िया
गिरिडीहः
गिरिडीह में तीन दशक से सेवा देर रहे नवजीवन नर्सिंग होम प्रबंधन ने करीब तीस सालों बाद स्वास्थ सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया। बुधवार को प्रेसवार्ता कर नर्सिंग होम की प्रबंध निदेशक स्वाति बगेड़िया, संस्थापक सदस्य आयुष बगेड़िया और निहारिका बगेड़िया ने जानकारी देते हुए कहा कि 10 दिसबंर से नवजीवन नर्सिंग होम में आईसीयू की सुविधा बहाल होने जा रहा है। और यह 30 सालों के सफर के बाद नर्सिंग होम प्रबंधन की बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि उनके ससुर और शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. दीपक बगेड़िया ने नवजीवन नर्सिंग होम का नींव रखा था। मरीजों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए नर्सिंग होम प्रबंधन ने अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 10 बेड का आईसीयू यूनिट चालू करने का निर्णय लिया है। जिसका उद्घाटन गुरुवार को नर्सिंग होम में प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा के साथ डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और संभवत सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी करेगें।
प्रेसवार्ता के क्रम में प्रबंध निदेशक स्वाति बगेड़िया ने कहा कि नवजीवन नर्सिंग होम में आईसीयू की कमी महसूस होने का कारण यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इसकी सुविधा नहीं होने से रेफर हो जाना था। कहा कि 10 बेड वाले इस आईसीयू के लिए चेन्नई के चिकित्सक डा. रुद्रा से नर्सिंग होम का अनुबंध हुआ है। और अब वही अपनी टीम के साथ 10 दिसबंर से सेवा देना शुरु करेगें। जबकि नर्सिंग होम के अन्य चिकित्सकों में डा. नीरज भी मरीजांे के बीच अपनी सेवा पर सहमति जता चुके है। एक सवाल के जवाब में प्रबंध निदेशक स्वाति बगेड़िया ने कहा कि जिले के हालात को देखते हुए नर्सिंग होम का प्रयास है कि आईसीयू की सुविधा हर मरीजों को आयुष्मान भारत योजना से भी मिल सके। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना को लेकर नर्सिंग होम की प्रकिया पूरा किया जा रहा है। इधर प्रेसवार्ता में नर्सिंग होम के प्रबंधक उज्ववल सिन्हा चिंटु समेत कई मौजूद थे।