गिरिडीह सरकारी महिला मजदूरों का सम्मेलन संपन्न, हेमंत सरकार को बताई वादे भूलने वाली सरकार
गिरिडीहः
सरकारी मजदूर महिला मोर्चा का पहला सम्मेलन रविवार को गिरिडीह में हुआ। इस दौरान सम्मेलन में सांसद प्रतिनिधी उषा कुमारी, कर्मचारी नेता अशोक सिंह, रघुनंदन विश्वकर्मा, महिला कर्मचारी नेत्री सितारा प्रवीण, सरिता देवी, प्रमिला कुमारी भी शामिल हुई। मजदूर महिला मोर्चा के पहले सम्मेलन में जलसहियाएं, एएनएम, आबा सेविका-सहायिका, सहिया भी शामिल हुई। सम्मेलन में मौजूद महिला कर्मचारी नेताओं ने कहा कि हेमंत सरकार भी महिला कामगारों के परेशानियों को लेकर कहीं से गंभीर नहीं है।
न्यूनतम मजदूरी का वादा कर हेमंत सरकार सत्ता हासिल कर ली। और अब हालात ऐसे है कि कई विभाग के महिला कर्मियों को निकाले जाने के बाद दुबारा रखा तक नहीं गया है। जलसहियाओं का मानदेय पर रोक लगा दिया गया। महिला कर्मियों के समस्याओं को सुनने के बाद सांसद प्रतिनिधी सह भाजपा नेत्री उषा कुमारी ने कहा कि जलसहियाओं का मानदेय रोक कर हेमंत सरकार ने अपने अल्पवायु होने का प्रमाण दिया है। निश्चित तौर पर राज्य सरकार को इसके लिए चुनाव के बाद पछताना पड़ेगा। इधर सम्मेलन में दिव्या देवी, संपा सिंह, उमा देवी, जयंती हेम्ब्रम, कुमारी तनूजा, बबिता सिन्हा, मीना देवी, गुड़िया देवी समेत अलग-अलग विभाग से जुड़ी कई महिला कर्मी मौजूद थी।