सिल्ली के पूर्व विधायक और सीएम हेमंत के करीबी अमित महतो ने झामुमो से दिया इस्तीफा
- अमित ने पत्नी संग शिबू सोरेन को भेजा त्याग पत्र
- कहा हेमंत सरकार के दो साल होने के बाद भी भाषाई नियोजन नीति को लेकर गंभीर नही
रांची। रांची जिले के सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक अमित कुमार और उनकी पत्नी सीमा महतो ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। अमित कुमार सीएम हेमंत सोरेन के काफी करीबी माने जाते है। पति-पत्नी दोनों आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे। बावजूद इसके भाषाई व नियोजन नीति मामले को लेकर उन्होंने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है। दोनों नेताओं ने पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन को पत्र भेजकर इसकी सूचना दी है।
अमित कुमार ने शिबू सोरेन को लिखे पत्र में कहा है कि 2014 के चुनाव के दौरान वह झामुमो की टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे। उम्मीद थी कि पार्टी झारखंडी भाषा, माटी, संस्कृति को बचाने, बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा करेंगे। सरकार बनने के बावजूद ऐसा दिख नहीं रहा है। कहा कि भाषाई अतिक्रमण लगातार जारी है। हेमंत सरकार बने दो साल हो गए हैं फिर भी इस दिशा में पहल नहीं दिख रही है। भोजपुरी, मगही जैसी भाषाओं को बनाए रखने और तुष्टिकरण के नाम पर यहां की नौकरियों में बाहरी लोगों को मौका मिलना तय है। खतियान आधारित नियोजन और स्थानीय नीति को लेकर पार्टी गंभीर नहीं दिख रही है।
बताया कि गत 20 जनवरी को उन्होंने घोषणा की थी कि अगले एक माह में स्थानीय और नियोजन नीति पर बात नहीं होने पर वह इस्तीफा दे देंगे। अपेक्षित पहल नहीं होने पर वह अपना त्यागपत्र दे रहे हैं।