जब्त 1 करोड़ 9 लाख रुपए की बगोदर पुलिस और आयकर विभाग द्वारा जांच जारी, गिरिडीह के बगोदर पुलिस को संदेह जब्त पैसे हवाला से जुड़े
गिरिडीहः
बगोदर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार की सुबह एसडीपीओ धनजंय राम के नेत्तृव में यात्री बस महारानी से एक करोड़ 9 लाख रुपए बरामद किया था। गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा के निर्देश पर बगोदर थाना प्रभारी ने मामले में आयकर विभाग का सहयोग लिया। और देर शाम तक मामले में जांच जारी है। इधर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी भी इसी मामले में गुरुवार की देर शाम डीसी से मुलाकात कर कारोबारियों को रहे परेशानी का मुद्दा उठाया। इस दौरान चैंबर के प्रदीप अग्रवाल, निर्मल झुनझुनवाला, प्रमोद कुमार, दीपक मोदी समेत कई सदस्य मौजूद थे। इस बीच देर शाम तक बगोदर थाना में आयकर विभाग की टीम जांच करने के साथ पूछताछ में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार एक करोड़ 9 लाख जब्ती के मामले में तीनों संदिग्ध बिहार के गया जिले के रहने वाले बताएं जा रहे है। जिसमें अवधेश, नवल किशोर और चंदन शामिल है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अभी तक के जांच में एक करोड़ 9 लाख का यह मामला फिलहाल हवाला से जोड़ कर ही देखा रहा है। और लोस चुनाव में इसके इस्तेमाल किए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि जांच अब भी जारी है। आयकर विभाग के पूछताछ में जब्त राशियों को लेकर तीनों व्हाईट मनी होने का दावा तो कर रहे है। लेकिन फिलहाल तीनों के पास कोई दस्तावेज नहीं है। जबकि आयकर विभाग के पदाधिकारियों ने तीनों को नगद रुपयों के मालिक को बुलाने का निर्देश दिया। फिलहाल देर शाम होने के बाद भी किसी के बगोदर थाना में पहुंचने की सूचना नहीं है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पूछताछ में एक ने खुद को बिहार के गया जिले के श्रीलेदर्स शोरुम का कर्मी बताते हुए कहा है कि उसे उसके मालिक ने 42 लाख देकर कहा कि वो कोलकाता पहुंचे, कोलकाता में कोई उसे मिलकर सारे नगद रुपए ले लेगा। पूछताछ में श्रीलेदर्स के कर्मी के साथी के द्वारा भी यही दावा किया गया है। वहीं 67 लाख के साथ पूछताछ के लिए हिरासत में लिए संदिग्ध का कहना है कि वो बिहार के गया का रहने वाला है। और जेवर कारोबारी है। लिहाजा, वो कोलकाता के एक बड़े जेवर कारोबारी को तगादा के सारे पैसे देने जा रहा था। बहरहाल, गुरुवार को हुए इस बड़े कार्रवाई की जांच बगोदर पुलिस और आयकर विभाग दोनों संयुक्त रुप से कर रहे है।