हर हत्या का खुलासा के लिए गिरिडीह पुलिस कर रही है एसआईटी का गठन, ध्वस्त होते नेटवर्क के कारण रिजल्ट शून्य
. गिरिडीह पुलिस की सुस्ती से अपराधियों का बढ़ा है मनोबलः चन्द्रप्रकाश चाौधरी
. अपराधियों को मिल रहा है हेंमत सरकार का संरक्षणः ढुल्लु महतो
. सांसद के साथ बाघमारा और गांडेय विधायक पहुंचे पीड़ित परिजन के घर
गिरिडीहः
कमेटी के दो लाख रुपये को लेकर हुए महेशलुंडी गांव के 24 वर्षीय युवक रंजीत साव हत्याकांड के मामले में मुफ्फसिल थाना पुलिस की नाकामी अब उजागर होने लगी है। लेकिन गिरिडीह पुलिस महकमा की संवेनहीनता है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। क्योंकि मुस्कान हत्याकांड का उद्भेदन मुफ्फसिल थाना पुलिस कर भी नहीं पाई थी। इसके चंद दिनों बाद थाना क्षेत्र के गुजियाडीह के खडंहरनुमा हवेली में महेशलुंडी गांव के युवक रंजीत साव की हत्या ने सिर्फ मुफ्फसिल ही नहीं। बल्कि, गिरिडीह पुलिस के नाकामी को उजागर किया है। हालात यह है कि जिले में लगातार हो रहे हत्या की घटनाओं को लेकर एसआईटी जांच का गठन किया जाता है। लेकिन एसआईटी जांच का रिजल्ट भी शून्य ही रहता है। क्योंकि एसआईटी जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों का अनुसंधान कोई ठोस रिजल्ट दे पाने में नाकाम ही दिख रहे है। जानकारी के अनुसार रंजीत साव हत्याकांड के आरोप में पुलिस ने जिस मो. मोकिम असंारी को जेल भेजा। उसे भी महेशलुंडी के स्थानीय लोगों द्वारा पकड़ कर पुलिस को सौंपने की बात कही जा रही है। लिहाजा, समझा जा सकता है कि हाल के दिनों में गिरिडीह और मुफ्फसिल थाना पुलिस का नेटवर्क कितना मजबूत रह गया है। बहरहाल, इसी इलाके में कोयला तस्करों का राज कायम है तो अपराधी भी अब पुलिस को खुली चुनौती दे रहे है।
इधर हत्याकांड के चार दिनों बाद एनडीए के दो नेता तो सत्तापक्ष के गांडेय विधायक सरफराज अहमद सोमवार को मृतक युवक रंजीत साव के घर पहुंचे। और परिजनों से मुलाकात किया। स्थानीय सांसद चन्द्रप्रकाश चाौधरी के साथ बाघमारा के भाजपा विधायक ढुल्लु महतो पीड़ित परिजनों से मुलाकात किया। इस दौरान दोनों नेताओं के साथ आजूस अध्यक्ष गुड्डु यादव, उदय विश्वकर्मा, हरगौरी साव छक्कू, अर्जुन रवानी के अलावे साहु समाज के पदाधिकारी धर्मप्रकाश साव, अरुण साव, मनोज साहु समेत कई पदाधिकारी शामिल थे। पत्रकारों से बातचीत के क्रम में सांसद चाौधरी ने कहा कि हेंमत सरकार के कार्यकाल में पुलिस जब अपराधियों को संरक्षण देने लगें। तो अपराध थमेगा कैसे। फिलहाल पूरे राज्य में यही हालात है। पुलिस अब कोयला, पत्थर चोरों को खुले तौर पर संरक्षण दे रही है। प्रशासनिक सुस्ती ने अपराधियों के मनोबल को बढ़ाया है।
इधर बातचीत के क्रम में बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने भी रंजीत साव हत्याकांड पर हेंमत सरकार के साथ गिरिडीह प्रशासन को आड़े हाथ लिया। और कहा कि हेंमत सरकार के कार्यकाल में अगर जनता सोचती है कि वो बेफ्रिक हो रहकर रहेगी। तो ये जनता का भी सोच फिलहाल गलत है। क्योंकि दुष्कर्म और हत्या की घटना हर रोज हो रहा है। इन घटनाओं से हर चैनल, डिजीटल मीडिया और न्यूज पेपर हर रोज खबरों को चला रहे है। बाघमारा विधायक ने कहा कि हत्याकांड का मुख्य गुनहगार जावेद थाना पहुंच कर कहानी बताता है। और पुलिस इस आरोपी जाने देती है। यह सब एक नाकाम पुलिस अधिकारियों के कार्यकाल में ही हो सकता है।