कोयला लेकर गिरिडीह के चाईना प्लांट आ रहे ट्रक को पांच अपराधियों ने चालक से निर्दयता कर लूटा, हुए फरार
गिरिडीहः
कोयला लदे ट्रक को लूटने वाले पांच अपराधियों ने ट्रक चालक मो. आाजाद के साथ काफी निर्दयता किया। पांचो अपराधियों ने ट्रक को पहले धनबाद से गिरिडीह के औद्योगिक क्षेत्र स्थित अतिवीर समूह के चाईना प्लांट जाने के क्रम में गिरिडीह के ताराटांड थाना क्षेत्र के भलपहरी के पास रविवार की देर रात ओवरटेक कर रुकवाया। इसके बाद उसे पिस्तौल का भय दिखाकर जंगल ले गए। जहां पांचो अपराधियों ने उसकी पीटाई तो किया ही। पीटाई के बाद उसे जंगल में एक पेड़ से बांध दिया। बेबस ट्रक चालक आजाद रविवार सारी रात जंगल में पेड़ से बंधा रहा। वहीं दुसरे दिन जंगल की तरफ से गुजर रहे एक राहगिरों की नजर पड़ी। तो राहगिरों ने उसे पेड़ से मुक्त कराया। पांचो अपराधियों के हैवानियत का शिकार हुए ट्रक चालक ने पूरी बात उन राहगिरों को उसी हालात कैमरे के सामने बताया। और यही वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ। इस दौरान राहगिरों ने घटना की जानकारी ताराटांड थाना पुलिस को दिया। तो पुलिस सक्रिय हुई। और भुक्तभोगी चालक के साथ अपराधियों को दबोचने के लिए छापेमारी शुरु की। हालांकि सोमवार की देर शाम तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। लेकिन छापेमारी लगातार जारी है।
भुक्तभोगी ट्रक चालक मो. आजाद धनबाद के तोपचांची का रहने वाला बताया जा रहा है। इधर वायरल वीडियो में पेड़ से बंधा चालक खुद राहगिरों को पूरे घटना की आपबीती सुना रहा। जिसमें चालक का कहना है कि वो धनबाद के बरवाअड्डा से एक कोयला लोड ट्रक लेकर गिरिडीह के चाईना प्लांट जा रहा था। चालक के अनुसार ट्रक काफी पुराना था। वो जब ताराटांड थाना क्षेत्र के भलपहरी के समीप पहुंचा। तो चढ़ाई अधिक रहने के कारण ट्रक को काफी मुश्किल से चढ़ाई चढ़ा रहा था। लिहाजा, चढ़ाई रहने के कारण ट्रक की गति धीमी हो गई। इसी का फायदा उठाकर दो बाईक में सवार पांच अपराधियों ने उसे भलपहरी के पास रोक लिया। और उसे पिस्तौल का भय दिखाकर जंगल की तरफ ले गए। जहां उसे पेड़ से बांधकर ट्रक लेकर फरार हो गए। चालक ने जानकारी दिया कि चाईना प्लांट के लिए जिस ट्रक को कोयला लेकर आना था। उसमें सारे दस्तावेज नहीं थे। लिहाजा, ट्रक मालिक ने इस पुराने ट्रक से कोयला का रैक चाईना प्लांट पहुंचाने को कहा था। इस दौरान बरवाअड्डा में इसी ट्रक में कोयला लोड कर चालक गिरिडीह के लिए चला। लेकिन चाईना प्लांट पहुंचने से पहले यह घटना हुई।