कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए पांच बच्चों का पहचान किया गिरिडीह विधिक सेवा प्राधिकार ने
समाज कल्याण विभाग के सहयोग से अनाथ बच्चों को सारी सुविधा उपलब्ध कराएगा प्राधिकार
गिरिडीहः
गिरिडीह जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने सोमवार को प्रोजेक्ट शिशु लांच किया। तो विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप बर्तम ने प्रोजेक्ट के महत्व का भी जानकारी दिया। विधिक सेवा प्राधिकार ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से उन पांच बच्चों का पहचान किया। जिनके माता-पिता की मौत दुसरे लहर में कोरोना संक्रमण से हो गई। प्रेसवार्ता के दौरान प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए सचिव संदीप बर्तम ने बताया कि जिन पांच बच्चों के माता-पिता की मौत हुई। उसमें एक अनाथ बच्चा गांडेय तो चार धनवार के है। सचिव ने यह भी बताया कि जुबेनाईल जस्टिस बोर्ड में प्रमाणित होने के बाद झालसा और नालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के इन पांच बच्चों के आवसीय सुविधा के साथ भोजन और शिक्षा के साथ स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इस पूरे प्रोजेक्ट में समाज कल्याण विभाग की भूमिका महत्पूर्ण होगी। क्योंकि डीसी सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राहुल सिन्हा के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग को यह जिम्मेवारी सौंपी गई है कि वो इन पांच अनाथ बच्चों की हर सुविधा का ध्यान रखें। सचिव ने यह भी बताया कि चिन्हित पांचो बच्चों को सुविधा उपलब्ध कराने की प्रकिया प्रोजेक्ट शिशु के तहत शुरु कर दिया गया है।
बतातें चले कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केन्द्र सरकार ने तय किया कि कोरोना संक्रमण से जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हो चुकी है। और वे अनाथ हो चुके है। उनकी जिम्मेवारी अब सरकारों द्वारा उठाया जाएगा। जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार की भूमिका महत्पूर्ण होगी। इधर प्रेसवार्ता में सीडब्लूसी के जीतू कुमार भी मौजूद थे।