रंजीत हत्याकांड के मुख्य गुनहगार को दबोचने में असफल मुफ्फसिल थाना पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा
वरीय अधिकारियों के संरक्षण के कारण थाना प्रभारी गंभीर नहीं दिख रहे क्राइम कंट्रोल के प्रति
पुलिस के मिलीभगत से आरोपी का अवैध खंता संचालित होने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
क्या आश्वासनों के भरोषे ही पुलिसिंग करेगी मुफ्फसिल थाना पुलिस
गिरिडीहः
कोयला तस्करों को संरक्षण देने के आरोपों से घिरे गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस की मुश्किले बढ़ती जा रही है। एक साथ दो हत्याकांड का उद्भेदन करने में नाकाम रहे मुफ्फसिल थाना का घेराव सोमवार को महेशलुंडी गांव के ग्रामीणों ने किया। गांव के युवा ग्राफिक्स डिजाईनर रंजीत साव हत्याकांड के शामिल मो. मोकिम को जेल भेजने के बाद सोए मुफ्फसिल थाना और सदर एसडीपीओ को नींद से जगाने ग्रामीणों की भीड़ थाना तो जरुर पहुंची। और हत्याकांड के मुख्य गुनहागार जावेद असांरी को गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग कर थाना का घेराव कर धरने पर बैठ गए। लेकिन हर बार की तरह ग्रामीणों को एक बार फिर सदर एसडीपीओ अनिल सिंह ने जल्द बड़ी कार्रवाई करने का भरोषा दिलाया। यही नही मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारियों ने भी भरोषा दिलाया कि मुख्य गुनहागार जावेद के घर जल्द कुर्की जब्ती किया जाएगा। इसके लिए प्रकिया की जा रही है। लेकिन अधिकारियों से मिल रहे आश्वासन को ग्रामीणों ने झूठा आश्वासन देने की बात कहकर थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। और जावेद को फांसी देने की मांग करते हुए मुफ्फसिल थाना पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। यही नही ग्रामीणों ने इस दौरान थाना पर जावेद के गिरफ्तारी को लेकर लापरवाही बरतने की बात कहतते हुए कहा कि रंजीत साव हत्याकांड के मुख्य गुनहगार जावेद का पुलिस की मिलीभगत से धोबीडीह गांव में धड़ल्ले से अवैध खंता संचालित है। इसके बाद भी पुलिस तमाशबीन बनी हुई है।
थाना में प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने मुफ्फसिल थाना पुलिस पर राजनीति करने का का भी आरोप लगाया। ग्राफिक्स डिजाईनर रंजीत साव की मां गीता देवी इस दौरान महिलाओं के साथ जुलूस में शामिल हो कर पहुंची थी। लेकिन मृतक की मां समेत गांव की महिलाओं के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था। हर कोई मुफ्फसिल थाना की नाकामी पर अपना गुस्सा जाहिर करता दिखा। ग्राफिक्स डिजाईनर का फोटो लगे बैनर के साथ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन महेशलुंडी गांव से निकला। और पपरवाटांड का दौरा करते हुए मुफ्फसिल थाना पहुंचा। जहां पुलिस की नाकामी और वरीय अधिकारियों के संरक्षण में लापरवाह बनते थाना प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। इस दौरान विरोध प्रदर्शन में मृतक के पिता उत्तीम साव, गणेश ठाकुर, अरुण राणा, रवि साव, शिवनाथ साव, मुकेश राणा, प्रिंस मंडल, पवन राणा, वर्षा देवी, दीप्ती कुमारी, अमिता देवी समेत काफी संख्या ग्रामीण मौजूद थे।