मुखिया का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को पूर्व मुखिया पति ने दी चुनाव नही लड़ने की धमकी
- लोगों के साथ के साथ घर में घुस कर किया हमला
- पुलिस को दी गई सूचना, पुलिस के पहुंचने से पहले भागे धमकाने लोग
गिरिडीह। एक और जहां संविधान सभी लोगों को चुनाव लडने और अपना मत देने का मौलिक अधिकार देता है वही कुछ जगह ऐसे भी होते हैं जहां एक ही परिवार द्वारा सियासती गद्दी को बरकरार रखने के लिए कई हथकंडे अपनाए जाते हैं। ऐसा ही एक मामला गिरिडीह जिले के गावां प्रखंड से निकल कर सामने आया है। जहां गावां के नगवां पंचायत प्रत्याशी को न सिर्फ चुनाव से अपना नाम हटाने की धमकी मिली है बल्कि पूर्व मुखिया पति द्वारा समाज के कई लोगों के साथ उसके घर पहुंच कर प्रत्याशी और उसकी पत्नी के साथ हाथापाई भी किए हैं। इसे लेकर मुखिया प्रत्याशी ने गावां थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई हैं।
नगवां मुखिया प्रत्याशी मो. अकील हैदर के अनुसार बुधवार की रात साढ़े नौ बजे नगवां पंचायत के पूर्व मुखिया पति मो. मेराजुद्दीन अपने समाज के कई लोगों के साथ उनके घर पहुंचे और उन्हें धमकाने का प्रयास किया। मगर मो. हैदर अपनी बातों पर डटे रहे और अपने संवैधानिक अधिकार की बातों को करते हुए नाम वापस लेने से मना कर दिया तो वहां आए लोगों ने न सिर्फ उनके साथ बल्कि उनकी पत्नी को भी घर से बाहर निकाल कर हाथापाई पर उतर गए।
मौके की नजाकत को देखते हुए मो. हैदर ने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक से मदद की मांग की जिसके बाद गावां थाना पुलिस उनके घर पहुंची। पुलिस को आते देख सभी लोग भाग खड़े हुए। बीती रात की घटना और अपनी सुरक्षा को देखते हुए गुरुवार को सुबह मो. अकील हैदर गावां थाना पहुंचे और थाना में लिखित शिकायत करते हुए मुखिया पति मो. मेराज उद्दीन, मो. अलाउद्दीन, मो. सलीम मियां, मो. सरफराज, मो. साबिर, मो. इलियास अंसारी, मो. सिबतैन हैदर, मो. जावेद, मो. सहेबुद्दीन, मो. गुलजार समेत कई लोगों के खिलाफ उन्हें चुनाव से नाम हटाने को लेकर धमकाने, मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करने व उन्हे सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।
इधर पूर्व मुखिया पति से मो. मेराजुद्दीन से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी चुनाव का समय है इसलिए विपक्षी प्रत्याशी द्वारा उनके छवि को धूमिल करने के लिए उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है। उन्होंने किसी प्रकार की धमकी या हाथापाई नही किया है।