नाबालिग भाईयों के संदिग्ध मौत के मामले की जांच करने धनवार के केदुंआडीह गांव पहुंचे डीआईजी
जांच के बाद बातचीत में मामले के जल्द उद्भेदन का दावा किया डीआईजी ने
कोडरमा सांसद भी पहुंची परिजनों से मिलने, डीजीपी को हालात सुधारने को दी नसीहत
गिरिडीहः
गिरिडीह के धनवार के परसन ओपी के केंदुआडीह गांव दो बच्चों के संदिग्ध मौत के मामले में चर्चा पर आ गया है। तेजलाल साव के नौ वर्षीय बेटे पवन और सात वर्षीय पीयूष का शव मिलने की घटना के दुसरे दिन शुक्रवार को हजारीबाग प्रमंडल के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर भी जांच के लिए पहुंचे। वहीं दुसरे दिन ही कोडरमा सांसद सह भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी भी गांव पहुंची। और परिजनों से मुलाकात कर घटना पर अफसोस जाहिर की। इस दौरान सांसद अन्नपूर्णा देवी ने घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बच्चों से दुुश्मनी होने का कोई मतलब नहीं है। सांसद ने हेंमत सरकार के कार्यकाल पर भी सवाल उठाई। साथ ही डीजीपी को नसीहत देते हुए कहा कि अब हालात पहले से जैसे नहीं रह गए है। लिहाजा, डीजीपी को विधी-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ही ठोस उठाने चाहिए। वहीं मृतक पवन और पीयूष के दादा ने मामले में सीआईडी जांच कराने की अपील करते हुए कहा कि बगैर सीआईडी जांच के पूरा मामला स्पस्ट नहीं हो सकता।
इधर दुसरे दिन जांच के लिए पहुंचे डीआईजी होमकर के साथ एसपी अमित रेणु और डीएसपी संतोष मिश्रा भी मौजूद थे। डीआईजी होमकर इस दौरान अधिकारियों के साथ पहले परिजनों से मुलाकात किए। इसके बाद दोनों भाईयों के लापता होने का कारण भी जानने का प्रयास किया। परिजनों से डीआईजी ने दोनों बच्चों को लेकर कई जानकारी हासिल की। दोनों नाबालिग भाईयों के संदिग्ध मौत पर किसी से दुश्मनी की आंशका से जुड़ी जानकारी ली।
डीआईजी केंदुआडीह से एक किमी दूर तुंरुगडीह गांव स्थित डोभा पहुंचे। जहां पवन और पीयूष का शव तैरता हुआ मिला था। करीब आधा घंटा रुकने के दौरान डीआईजी ने डोभा का मुआयना किया। जानकारी लेने के क्रम में डीआईजी को पता चला कि डोभा किसी मुस्लिम अंसारी नाम के गांव के व्यक्ति तैयार करा रहा था। वहीं डोभा की जांच के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में डीआईजी ने भी घटना को लेकर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि डीएसपी टू संतोष मिश्रा के नेत्तृव में विशेष एसआईटी टीम का गठन किया गया है। जिसका माॅनिटरिंग खुद एसपी करेगें। गठित एसआईटी में डीआईजी ने टेक्नीकल सेल को शामिल कर जांच करने की बात कही। जिसे दोनों नाबालिग भाईयों के संदिग्ध मौत का कारण सही से सामने आ सकें। डीआईजी ने दावा करते हुए कहा कि हर हाल में इस गंभीर मामले का उद्भेदन किया जाएगा।