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परिसंपत्ति वितरण एवं दुधारु पशु मेला सह गव्य प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

  • कृषि मंत्री बादल पत्रलेख प्रदर्शनी में हुए शामिल
  • 4 लाख 24 हजार बनाये जायेगे बिरसा किसान
  • बिरसा किसान तकदीर और तदबीर बदलने में मील के पत्थर होंगे साबित: मंत्री

कोडरमा। कोडरमा जिले के मुख्य कार्यक्रम स्थल बागीटांड़ स्टेडियम में बुधवार को मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत परिसंपत्ति वितरण एवं दुधारु पशु मेला सह गव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन बतौर मुख्यअतिथि झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख, उपायुक्त रमेश घोलप, उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हमारी सरकार 4 लाख 24 हजार बिरसा किसान बनायेगी। बिरसा किसान तकदीर और तदबीर बदलने में मील का पत्थर साबित होगे। कहा कि 80 प्रतिशत लोग किसान है, हमारे अन्न दाता हैं, लेकिन सकल घरेलू उत्पाद में मात्र 12 प्रतिशत ही उनकी हिस्सेदारी है। कृषि विभाग को ओर मजूबत करने के लिए सरकार द्वारा सर्थक प्रयास किये जा रहे हैं। धान अधिप्राप्ति पर उन्होंने जिला प्रशासन का पीठ थपथपाते हुए कहा कि पिछले साल की तुलना में धान अधिप्राप्ति दोगुनी से भी ज्यादा हुई है। इस बेहतर कार्य के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई। उन्होंने कहा कि किसानों का न्यूनतम समर्थन मूल्य उनका हक है और इस हक को झारखंड सरकार दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं।

माइका के क्षेत्र में झारखंड सरकार के द्वारा जो कवायद की जा रही है, उससे आने वाले दिनों में कोडरमा को सामाजिक, आर्थिक और भोगोलिक उन्नति की ओर ले जायेगा। कहा कि माइक खादानों के चालू होने से कोडरमा जिले के लगभग 50 हजार परिवारों को रोजगार मिलेगा। हमारी सरकार इसके लिए कर्तव्यनिष्ठ है।

मंत्री ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कृषक पशुपालकों तथा बेरोजगार युवा वर्ग को स्वनियोजित कर उन्हें आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर बनाने तथा राज्य को दूध, मांस एवं अंडा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों यथा पशुपालन प्रभाग, कल्याण विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पशुधन विकास से संबंधित योजनाओं का अभिसरण करते हुए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2020-21 में पूरे राज्य के लिये कुल परियोजना लागत 355 करोड़ 27 लाख 35 हजार रुपये पर मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसके अंतर्गत पशुपालन प्रक्षेत्र में बकरा व सुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कुट योजना, ब्रायलर कुक्कुट योजना व बत्तख चूजा वितरण योजना शामिल है। बेरोजगार युवा इन योजनाओं से जुड़कर आर्थिक रुप से समृद्ध हो सकते हैं। वहीं गव्य विकास प्रक्षेत्र अंतर्गत दो दुधारु गाय का वितरण, कामधेनु डेयरी फार्मिंग अंतर्गत 5 एवं 10 गाय की योजना, हस्त एवं विद्युत चालित चैप कटर का वितरण, प्रगतिशील डेयरी कृषकों को सहायता व तकनीकी इनुपुट सामग्रियों का वितरण शामिल है।

387 लाभुकों के बीच 4 करोड़ 36 लाख 54 हजार रुपये की परिसंपत्तियों का हुआ वितरण

उपायुक्त रमेश घोलप ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत कोडरमा जिले में चालू वित्तिय वर्ष 2020-21 में पशुधन प्रक्षेत्र की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 683 लाभुक परिवार तथा गव्य विकास प्रक्षेत्र के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 387 लाभुक, परिवार के बीच कुल चार, करोड़ 36 लाख 54 हजार रुपये की योजना क्रियांवित की जा रही है, इसमें राज्य सरकार द्वारा दो करोड़ 4 लाख 62 हजार रुपये का अनुदान डीबीटी के माध्मय से उनके बैंक खाता में हस्तांतरित की जा रही हैं।

कहा कि किसानों की आय में वृद्धि हो, इसके लिए उनके खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता, सिचाई इत्यादि से लेकर बाजार में उत्पादों को बेचने तक तथा सरकार के विभिन्न प्रकार की योजनाओं से अच्छादित करने हेतु जिला प्रशासन कार्य कर रही है। कृषि ऋण माफी योजना के तहत किसानों का ई केवाईसी किया जा रहा है। अभीतक 2685 किसानों का ईकेवीसी करते हुए कृषि ऋण माफी योजना हेतु अनुमोदित कर राज्य सरकार को भेजा गया है। किसानों के बीच मक्का, अरहर, उड़द तथा अन्य प्रकार के बीजों का अनुदान के तहत किसानों के बीच वितरण किया गया है। इस वित्तिय वर्ष में धान की अधिप्राप्ति 1 लाख 60 हजार क्विंटल किया गया है।

कृषि मंत्री ने गव्य प्रदर्शनी में लगे सभी स्टॉलों का किया निरीक्षण

आयोजित दुधारु पशु मेला सह गव्य प्रदर्शनी में मत्स्य पालन, पशुपालन विभाग, गव्य विकास, मेधा डेयरी उत्पाद विक्रय स्टॉल, मां भद्रकाली डेयरी (हजारीबाग), शाशांका एग्रोटेक, झारखंड आजीविका संवर्द्धन सोसाइटी, सहकारिता, भूमि संरक्षण, कृषि, झारंखड राज्य सहकारी दुग्ध-उत्पादक समेत कई विभागों का स्टॉल लगाया गया। माननीय कृषि मंत्री ने गव्य प्रदर्शनी में लगे सभी स्टॉलों का निरीक्षण किये।

इस मौके पर विधायक डॉ नीरा यादव, उपायुक्त रमेश घोलप, वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, जिला गव्य विकास पदाधिकारी मुकुल प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश तिर्की, जिला सहकारिता पदाधिकारी समेत जिले के वरीय पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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