सम्मेद शिखर मधुबन आए उज्जैन के जैन तीर्थ यात्री की हृदयघात होने से हुई मौत
- पारसनाथ वंदना करने के बाद राजगीर दर्शन के लिए निकल रहे थे सभी
- उज्जैन से करीब 200 यात्रियों के संग आए थे मृतक महेंद्र जी श्रीमाल
गिरिडीह। विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल मधुबन के सम्मेद शिखर पारसनाथ की वंदना करने आए मध्य प्रदेश के जैन तीर्थ यात्री की मौत बुधवार की सुबह हृदयघात होने के कारण हो गई। मृतक 60 वर्षिय महेंद्र जी श्रीमाल मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले थे और अपने परिवार समेत उज्जैन से करीब दो सौ जैन तीर्थ यात्री के जत्था के साथ मधुबन आए थे। इस दौरान मंगलवार को सभी पारसनाथ पहाड़ से वंदना कर नीचे उतरे, और सभी बिहार के राजगीर जाने की तैयारी में थे।
बुधवार की सुबह जब सभी राजगीर के लिए निकल रहे थे तभी महेंद्र जी श्रीमाल को ठंड लगने के कारण तबीयत बिगड़ गई और हृदयघात होने के कारण गाड़ी में ही उनकी मौत हो गई है। घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

इधर जब मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया तो परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। मृतक के साले अखिल जैन ने अपने बहनोई का शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते हुए कहा कि उन्हे अब शव को लेकर मध्य प्रदेश जाना है। ऐसे में परेशानी होगी।
इस बीच जानकारी मिलने के बाद गिरिडीह जैन समाज के अविनाश सेट्ठी, सुनील जैन, आशीष शर्मा, नवनीत सिंह समेत कई स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया।