झारखंड में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा का धरना
हेमंत सरकार जनविरोधी, हर मोर्चे पर विफल: अशोक उपाध्याय
गिरिडीह। झारखण्ड में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बिगड़ गयी है। कानून का राज समाप्त हो गया है जंगल राज की शुरुआत हो गयी है। उक्त बातें भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक उपाध्याय ने गुरुवार को जमुआ मंे कही। वे भाजपा द्वारा जमुआ प्रखण्ड मुख्यालय में आयोजित धरना कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता कही। बताया कि दिन दहाड़े बलात्कार हो रहे हैं। हत्या हो रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। कहा कि अफसर बेलगाम है। उन्होंने कहा पंचायत चुनाव कराने की मंशा सरकार को नही है। सड़क, पुल पुलिए निर्माण कार्य की गति थम गई है। कहा कि किसानों को बिजली मुफ्त देने, सभी तरह के 50 हजार तक ऋण माफ करने की योजना हवा हवाई हो गयी।
जनता के हित में जल्द कराये पंचायत चुनाव
वरिष्ठ नेता साहेब महतो ने कहा कि भाजपा ही विकास कर सकती है यह सिद्ध हो गया। हर क्षेत्र में रिकॉर्ड कार्य हुए भाजपा राज में वही हेमंत के राज में अपराधियों के मनोबल बढ़े हैं। जमीन विवाद बढ़े हैं। जमुआ के सीओ कुछ काम ही नहीं करते। थाने में भी सिर्फ लोगों का दोहन होता है कोई कार्य नही होते। कहा कि सरकार को यदि जनता की थोड़ी सी भी चिंता है तो पंचायत चुनाव शीघ्र करावे।
धरने में रामानन्द पांडेय, बिनोद पांडेय, रामानन्द सिंह, प्रदीप सिंह, अधीर वर्मा, दशरथ वर्मा, वकील विश्वकर्मा, कार्तिक मण्डल, विजय नन्दन पांडेय, मनोज हजरा, विजय पासवान, रामदेव राय सहित कई लोगों ने विचार रखे। धरने के बाद राज्यपाल के नाम बीडीओ को ज्ञापन देकर झारखंड में बिगड़ती कानून व्यवस्था की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।