ममता सरकार ने कहा कि महामारी अधिनियम के खिलाफ भी भाजपा की रैली
कोलकाता। भाजपा ने राज्य सचिवालय नवान्न तक बिना अनुमति के मार्च निकाला और महामारी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। यह बात पश्चिम बंगाल सरकार ने कही है। मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने कहा है कि उकसावे के बावजूद पुलिस ने संयम से हालात को संभाला है। मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर केमिकल मिले नीले पानी की बौछार करने को लेकर किए गए सवाल पर बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह वही रंग है जिसका इस्तेमाल होली पर किया जाता है।
मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने कहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय परिपाटी है। रंगीन पानी का इस्तेमाल ऐसे प्रदर्शनों के दौरान किया जाता है, ताकि भीड़ को तितर-बितर करने के बाद इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा सके। मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि मार्च के दौरान हिंसक घटनाओं के प्रमाण मिले हैं, फायरआर्म बरामद हुए हैं। पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया है। प्रदर्शन के मामले में कोलकाता पुलिस ने 89 लोगों को और हावड़ा पुलिस ने 24 लोगों को हिरासत में लिया है। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
मालूम हो कि गुरुवार को कोलकाता और उससे सटा हावड़ा उस समय युद्ध का मैदान बन गया जब भाजपा युवा मोर्चा की ओर से आयोजित नवान्न अभियान के दौरान कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे और उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई। इस दौरान पत्थरबाजी हुई और टायर जलाकर सड़कों को बंद किया गया। दंगारोधी साजो-सामान से लैस पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें कीं। दोनों शहरों में भाजपा का यह प्रदर्शन करीब तीन घंटे तक चला। भाजपा ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में उसके 1500 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। इनमें कई को बहुत गंभीर चोटें आई हैं।