बंगाल : हिरासत में मौत पर राज्यपाल ने ममता सरकार को आड़े हाथों लिया
कोलकाता। राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर आमने-सामने आ गये हैं। पश्चिम बंगाल में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के मुद्दे पर दोनों के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य पुलिस पर राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाया है तो इसके जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग निहित राजनीतिक हितों के लिए पुलिस को बदनाम कर रहे हैं।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक व्यक्ति की ‘हिरासत में हुई मौत’ पर कहा कि पुलिस शासन के हर क्षेत्र में दखल दे रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर के कनकपुर गांव के निवासी मदन गोराई की मौत हिरासत में हुए अमानवीय अत्याचार, उत्पीड़न और मौत की एक और घटना है। ऐसी घटनाएं राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं। यह खुला रहस्य है कि राजनीतिक रूप से प्रेरित पुलिस शासन के हर क्षेत्र में दखल दे रही है और यह पुलिस की आदत बन गयी है।
मालूम हो कि हिरासत में मौत से पहले गोराई को अपहरण के एक मामले में 26 सितंबर को पूर्वी मेदिनीपुर के पताशपुर में गिरफ्तार किया गया था। इधर पुलिस ने कहा है कि गोराई पुलिस हिरासत में नहीं बल्कि बल्कि न्यायिक हिरासत में था, जबकि भाजपा कह रही है कि उसे पुलिस हिरासत में रखा गया था। राज्यपाल धनखड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र में लिखा है कि यह सही समय है कि आप अपनी संवैधानिक शपथ को निभाएं, कानून का शासन लागू करें, राज्य में लोकतांत्रिक शासन सुनिश्चित करें और पुलिस एवं प्रशासन को राजनीतिक रूप से तटस्थ और जवाबदेह बनायें।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि राज्य पुलिस और प्रशासन संकट से निबटने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें बदनाम कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से भाजपा नेताओं का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की। जबकि भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि राज्य पुलिस सरकार के साथ मिलकर भगवा दल के नेताओं की अप्राकृतिक मौत के हालिया मामलों के सबूत दबाने की कोशिश कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग केवल पुलिस बल और राज्य पर दोषारोपण करने और उन्हें नीचा दिखाने में विश्वास करते हैं। वे संकट के समय में, कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच और अन्य समय में भी पुलिस के किये काम को भूल गये हैं। अगर किसी की मौत टीबी से होती है, तो ये लोग पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पर उंगली उठायेंगे। वे कहेंगे कि मौत (राजनीतिक) हिंसा के कारण हुई। उधर, राज्यपाल
श्री धनखड़ ने गोराई के परिजनों से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य पुलिस आग से खेल रही है। उन्होंने मुख्यंत्री ममता बनर्जी से कानून एवं संविधान के अनुसार काम नहीं करने का आरोप लगाया।