बेजुबा पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए द आरवीएस ने की एक पहल
- छात्रों को दिया गया मिट्टी का पतीला
- घर के बाहर व छत पर पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था कर दे मानवता का संदेश: प्राचार्या
कोडरमा। जल ही जीवन है कार्यक्रम के तहत द रामेश्वर वैली स्कूल के छात्रों को विद्यालय प्रबंधन द्वारा मिट्टी का पतीला दिया गया। स्कूल की प्राचार्या रश्मि बर्नवाल ने कहा कि हर साल गर्मी के मौसम में न जाने कितने पशु पक्षी प्यास और हिट स्ट्रोक का शिकार होकर अपना जीवन खो देते हैं। इसलिए अपने घर-ऑफ़िस में आने वाले पक्षियों के लिए पानी और आश्रय का प्रबन्ध करें। जिससे गर्मी के कारण होने वाली पक्षियों की मौत में काफ़ी कमी आ सकती है।
प्राचार्या ने बच्चों से यह भी कहा कि कई बार ऐसा होता है कि हम बेजुबानों की भाषा समझ नहीं पाते हैं लेकिन उन्हें भी हम इंसानों की तरह कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्हें भी जीवन जीने के लिए खाना-पानी और एक अच्छे वातावरण की जरूरत होती है। पक्षियों की कुछ प्रजातियां अपने रक्त प्रवाह को भी नियंत्रित कर सकती हैं, जिससे शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है। फिर भी बढ़ते तापमान को देखते हुए ये सब काफ़ी नहीं है और गर्मियों से लड़ने के लिए पक्षियों को हमारी मदद की ज़रूरत होती है।
प्राचार्या ने बच्चो को मिट्टी का पतीला देते हुए कहा कि सभी अपने-अपने घरों के छत पर प्रतिदिन इस पतीले में पानी भरकर रखे और पक्षियों को एक नया जीवन दें। साथ ही प्राचार्या ने पुरे कोडरमा जिले वासियों से आग्रह किया कि सभी शहरवासी अपने-अपने घरों के छत, बालकॉनी में मिट्टी के बर्तन में ही पानी दाना रखे।
बच्चो में अभिषेक, आराध्या, वीर, श्रेयांश, श्रेयांशी, तेजस, तन्मय, अपराजिता, सक्षम, आदित्य, आरोही, श्रेष्ठ, अन्वी, आहान, रिया, राजनंदन, पुण्य, सतीश, निखिल आदि बच्चे उपस्थित थे।