एआईएमआरए ने डिजिटल माध्यम से की मीटिंग, मुख्यमंत्री को भेजा मेल
गिरिडीह। एआईएमआरए (आल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन) झारखंड की डिजिटल मीटिंग शुक्रवार को सम्पन हुई। मीटिंग में रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, गिरिडीह सहित राज्य के अन्य जिलों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। मीटिंग का संचालन जोनल उपाध्यक्ष राकेश सिंह ने किया। कहा गया कि राज्य में लगे लॉक डाउन के कारण मोबाइल एवं अन्य सभी गैर जरूरी वस्तुओं के व्यपारियों को भारी आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ रहा है। वहीं ई कामर्स के माध्यम से डिलीवरी से राज्य में वायरस फैलने का खतरा भी बढ़ गया है।
अन्य राज्यों ने ऑनलाइन डिलीवरी पर लगाई है रोक
मीटिंग में कहा गया कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु एवं केरल की सरकार के द्वारा अपने अपने प्रदेशों की स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन कंपनियों की गैर जरूरी वस्तुओं की डिलीवरी को पूर्णरूप से प्रतिबंधित कर दिया है। इसी तर्ज पर झारखण्ड में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ई कॉमर्स कंपनियों को गैर जरूरी वस्तुओं की डिलीवरी पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है। कहा गया कि राज्य मे ई कॉमर्स कंपनियों के डिलीवरी देने वाले कर्मचारियों द्वारा सैकड़ो घरों में उत्पाद की डिलीवरी के साथ कोरोना संक्रमण का भी जमकर प्रसार किया जा रहा है।
झारखण्ड में भी गैर जरूरी वस्तुओं के डिलीवरी पर लगे रोक
इस दौरान आम लोगों और व्यापारियों के हित में पूर्व की भांति नौ महीनों की ब्याज मुक्त लोन मोनेटोरियम लाने व व्यापारियों के लिए आर्थिक राहत पैकेज अविलंब देने की मांग केंद्र सरकार से की गई। वहीं मुख्यमंत्री को ईमेल के माध्यम से एसोसिएशन ने ई कॉमर्स कंपनियों को गैर जरूरी वस्तुओं की डिलीवरी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
मीटिंग को सफल बनाने में ऐमरा के प्रदेश अध्यक्ष कमलजीत सचदेव, सचिव किरीट बोरा, उपाध्यक्ष रवि खेमका, मनीष विनायक, रविराज, शाहिद अख्तर, हजारीबाग जिला अध्यक्ष सोनू मलिक, सचिव नीरज कुमार, उपाध्यक्ष आशीष कुमार, विकास अग्रवाल का सराहनीय योगदान रहा।