महाशिवरात्री के मौके पर जलाभिषेक के दौरान देवघर बाबा मंदिर में अफरा-तफरी
- वीआईपी गेट से एंट्री के दौरान पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 10 श्रद्धालु घायल
- पूजा करने पहुंची कांग्रेस विधायक भी हुईं अव्यवस्था की शिकार
- सोशल मीडिया पर भड़के गोड्डा सांसद, अव्यवस्था के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेवार
देवघर। झारखंड के देवघर में महाशिवरात्रि पर सोमवार को बाबा वैद्यनाथ मंदिर में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई। जब भक्तों की भीड़ वीआईपी गेट से जलाभिषेक के लिए अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं पर लाठियां भांजी। जिससे कुछ देर के लिए मचे अफरा-तफरी में 10 लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि शीघ्र दर्शनम् काउंटर के पास यह घटना हुई। शीर्घ दर्शनम् के लिए 500 रुपए शुल्क के साथ लगने वाली कतार करीब डेढ़ किलोमीटर तक लंबी बताई जा रही है।
बताया जाता है कि देवघर में महाशिवरात्रि पर बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों का सैलाब दिखाई दे रहा है। सुबह 3 बजे मंदिर परिसर में सरकारी पूजा हुई। इसके बाद सुबह 4 बजे श्रद्धालुओं के जलार्पण के लिए पट खोल दिए गए। मंदिर में कतारबद्ध तरीके से श्रद्धालुओं के सुगम जलार्पण की व्यवस्था की गई थी। इसी बीच शीघ्र दर्शनम् काउंटर के पास अफरा तफरी मच गई।
अफरा तफरी में करीब दस से अधिक लोग घायल हुए है। घायल होने वालों में दो महिलाएं बिहार की हैं। घटना में बिहार की रहने वाली संगीता देवी बेहोश हो गई थी। जिन्हें इलाज के लिए बाबा मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। प्रथम उपचार के दौरान पता चला कि महिला का दायां पैर भीड़ से दबने के कारण टूट गया है। जिनको बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। वहीं बेगूसराय की गीता देवी के सिर में चोट लगी है।
मंदिर में हुई अव्यवस्था को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है। शिवरात्रि के दिन पैदा हुए हालात को देखते हुए जिले की पूरी प्रशासनिक टीम को बदलने की मांग की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि यह टीम श्रावणी मेले की भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकेगी।
मौके पर पूजा के लिए पहुंचीं बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद को भी अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा। अंबा ने अफरा-तफरी में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। जब वह प्रशासन से शिकायत करने गईं तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर में भक्तों के लिए बेहतर इंतजाम नहीं किए गए। आरोप लगाया कि देवघर एसडीओ दिनेश कुमार यादव और मंदिर व्यवस्थापक रमेश परिहस्त ने उनके साथ बहस की। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
घटना के बाद गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज का वीडियो जारी करते हुए कहा है कि जब आस्था पर राजनीति हावी हो तो श्रद्धालुओं का यही हाल होता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर को बर्बाद करने की सुपारी किसी को दे रखी है।
इधर देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि पूरी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है। कुछ लोग अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे बचने की आवश्यकता है। देवघर जिला प्रशासन की पूरी निगरानी में यह प्रक्रिया बेहद सुचारू तरीके से संचालित की जा रही है।