सरना धर्म कोड की मांग को लेकर सड़क पर उतरे आदिवासी संगठन
एलबर्ट एक्का चैक सहित राज्य के हाइवे को किया जाम, आवागमण ठप
रांची। जनगणना फाॅर्म में सरना धर्म कोड की मांग को लेकर केंद्रीय सरना समिति समेत आदिवासी संगठनों ने गुरुवार को सड़क पर आ गये और राज्यव्यापी चक्का जाम कर दिया। संगठन के लोगों ने रांची के अलबर्ट एक्का चैक को पूरी तरह से जाम कर दिया। चक्का जाम को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किये गये है। इस क्रम में रांची, गुमला समेत पूरे राज्य के हाईवे, जिले और शहर के इंट्री प्वाइंट को जाम कर दिया गया।
आदिवासी धर्म कोड बिल पारित नहीं करना एक राजनीतिक षडयंत्र: सत्यनारायण लकड़ा
मौके पर उपस्थित अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि मानसून सत्र में आदिवासी धर्म कोड बिल पारित नहीं करना एक राजनीतिक षडयंत्र है। कहा कि इस मामले को लेकर लंबे वर्षों से झारखंड सहित पूरे देश में संघर्ष चल रहा है। 12 करोड़ से अधिक निवास करने वाले प्राकृतिक पूजक आदिवासियों का धर्म कोड नहीं है। आदिवासी संगठनों का कहना है कि अपना धर्म कोड नहीं होने के कारण 10 वर्ष में जब जनगणना होती है तो प्रकृति आदिवासियों की गणना या तो ईसाई धर्म में कर दी जा रही है या हिंदू में या अन्य में। इससे आदिवासियों की संख्या हर 10 साल में बढ़ने की बजाय घटती जा रही है।