LatestNewsगिरिडीहझारखण्डराज्य

दलित महिला और युवक के साथ मारपीट के खिलाफ गोलबंद हुआ समाज

  • एएसआई मो मूसा को निलंबित करने की मांग को लेकर निकाला प्रतिवाद मार्च
  • 15 दिनों के अंदर कार्रवाई नही होने पर धरना देने को बाध्य होंगे समाज के लोग

गिरिडीह। गावां प्रखंड के खरसान पंचायत से बीते बुधवार को गवाही देने थाना आई महिलाओं के साथ एएसआई मो. मूसा द्वारा धक्का मुक्की व दुर्व्यवहार करने एवं एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने के मामले में दलित समाज पूरा गोलबंद हो गया है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को गावां अंबेडकर भवन में अनुसूचित जनजाति जागृति संघ की एक बैठक हुई। बैठक में पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार एवं मारपीट मामले की जानकारी ली गई। समाज के प्रबुद्ध लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे पुलिस रौब करार दिया। वहीं घटना को लेकर गावां थाना में पदस्थापित एएसआई मो मूसा पर एससी-एसटी के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए निलंबित करने की मांग की गई।

बैठक के बाद प्रतिवाद मार्च भी निकाला गया। प्रतिवाद मार्च पूरे गावां बाजार में भ्रमण करते हुए पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी, गावां थाना पुलिस होश में आओ, दलित समाज को प्रताड़ित करना बंद करों, एएसआई मो. मूसा को निलंबित करों आदि के नारे लगा रहे थे। इसके अलावा एएसआई मो. मूसा को निलंबित करने एवं जाती सूचक शब्द प्रयोग करने के आरोप में एससी-एसटी के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर थाना में एक ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन की प्रतिलिपि डीसी, एसपी और डीएसपी समेत अन्य पदाधिकारियों को भी दिया गया है।

मौके पर संघ के अध्यक्ष विनोद चौधरी ने कहा कि प्रशासन दलित समाज को प्रताड़ित करना बंद करें। इन दिनों गावां थाना पुलिस द्वारा लगातार दलित समाज को टारगेट कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है जो कहीं से उचित नहीं है। कहा कि मामले में 15 दिनों के अंदर यदि एएसआई मो मूसा पर केस दर्ज करते हुए निलंबित नहीं किया गया तो पूरा अनुसूचित जनजाति जागृति संघ सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी। जिप सदस्य पवन चौधरी ने कहा कि गावां थाना पुलिस की रवैया इन दिनों फरियादियों के साथ जनप्रतिनिधियों के प्रति भी ठीक नहीं है जो समाज के लिए घातक है।

मौके पर मुखिया गुरुसहाय रविदास, राजेंद्र रविदास, बिनोद चोधरी, सुरेश चौधरी, संजय दास, लालो भुइयां, अरुण चौधरी, गिरधारी दास, कमलेश्वर भुइयां, सुनील दास, दिनेश भुइयां, उदय मुसहर, सुधीर भुइयां, सुरेश रविदास समेत कई उपस्थित थे।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons