बंगाल के 4 जिलों में बना अल कायदा का सुरक्षित ठिकाना
खुंखार आत्मघाती इस संगठन के लोग युवाओं का कर रहे हैं ब्रेनवॉश, सीएए और एनआरसी के विरोध के बहाने युवाओं को जोड़ रहे संगठन से
कोलकाता। आत्मघामी आतंकवादियों का खुंखार संगठन अल कायदा ने पश्चिम बंगाल के 4 जिलों में अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया है। एनआइए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हत्थे चढ़े अल कायदा के नौ आतंकियों से पूछताछ में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है। अल कायदा के गिरफ्तार सदस्यों ने बताया है कि बंगाल के चार जिलों मालदह, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर और बीरभूम में उन्होंने अपनेे अड्डे बना रखे हैं। इन जिलों में आतंकियों के थिंक टैंक गरीब तबके के युवाओं का ब्रेनवाश करते थे। उन्हें विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण भी देते थे।
गिरफ्तार आतंकियों के अनुसार सीएए और एनआरसी के विरोध के बहाने युवाओं को संगठन से जोड़ा जा रहा है। बाद में आतंकी उन्हें जिहाद के लिए प्रेरित करते थे। उन्हें खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन और अल जवाहिरी के वीडियो टेप दिखाते थे। शनिवार देर रात पूछताछ के बाद एनआइए अधिकारियों ने रविवार को दिन भर इनसे पूछताछ की। सोमवार को इनको दिल्ली ले जाने की संभावना है। एनआइए सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान प्रायोजित अल-कायदा के आतंकियों ने इन लोगों को सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी बनाया है। पाकिस्तान में बैठे शीर्ष आतंकियों की निगरानी में सब काम करते थे।
यह भी खुलासा हुआ कि कभी-कभी अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश से आतंकी भी यहां के ठिकानों पर आते थे और भड़काऊ भाषण से संगठन के नये सदस्यों को उकसाते थे। एनआइए सूत्रों के अनुसार अलकायदा के ये आतंकी आईईडी बनाने की तैयारी में थे। इनके यहां से बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने का सामान भी मिला है। गिरफ्तार आतंकियों ने बताया है कि विस्फोटक (आईईडी) और बुलेट प्रूफ जैकेट कश्मीर में बैठे साथियों को पहुंचाना था। अब तक की जांच में पता चला है कि दिल्ली सहित देश के कई मेट्रो शहर इनके निशाने पर थे।
फिलहाल पूछताछ कर रहे अधिकारी आतंकियों के टारगेट और योजना के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश कर रहे हैं। मोबाइल फोन पर बातचीत से 22 सदस्यीय आतंकी नेटवर्क का पता चला है। बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) भी अलकायदा आतंकियों से पूछताछ करेगी। पूछताछ के लिए इनको दिल्ली ले जाया जाएगा।